भारत से भागकर दूसरे देशों में छिपे अपराधियों को पकड़ने में अब आसानी होगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली में भारतपोल पोर्टल को लॉन्च किया। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आपकी निष्ठा को जब मंच पर सम्मानित करते हैं, तो न केवल आपके हौसले की बात होती है, बल्कि यह दूसरे अधिकारियों का भी हौसला बढ़ाता है।
भारतपोल पोर्टल को लॉन्च करने के दौरान अमित शाह ने कहा, "भारतपोल हमारे देश के अंतरराष्ट्रीय इंवेस्टिग्वेशन को अलग रूप में ले जाने की पहल है। अभी तक इंटरपोल के साथ सिर्फ सीबीआई (CBI) काम कर पाती थी, लेकिन अब भारतपोल के जरिए राज्यों की पुलिस और दूसरी एजेंसियां भी आपस में इंटरकनेक्ट रहेंगी।" उन्होंने कहा, "नोडल एजेंसी अभी भी सीबीआई ही रहेगी, जो इंटरपोल से डायरेक्ट कनेक्ट रहेगी, लेकिन अब दूसरी एजेंसी भी इंटरनेशनल लेवल पर होने वाले क्राइम को पहले रोकने में योगदान निभा पाएगी। 2047 में जब देश को आजाद हुए 100 साल हो जाएंगे, तब भारत हर क्षेत्र में सबसे आगे होगा।"
भारतपोल के पांचों मॉड्यूल कैसे करेगा काम?
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "2027 तक भारत को विश्व के तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे। हमने एक साइंटिफिक लेवल पर भारत को आगे बढ़ाने की तैयारियां शुरू की है। वैश्विक चुनौतियों को नजर में रखते हुए खुद को अपडेट करना होगा। भारतपोल के पांचों मॉड्यूल इस तरह काम करेगा जैसे एनसीबी हो। त्वरित, सुनिश्चित इंटरपोल के जरिए अपराधियो को लोकेट करने और भारत में भी अपराधियों को लोकेट करने में मदद मिलेगी। इंटरपोल 195 देशों की पुलिस का कोर्डिनेशन होता है। भारतपोल के माध्यम से 195 देशों की पुलिस के साथ समन्वय में मदद करेगा।"
अपराधियों को वापस लाने में होगा मददगार
उन्होंने कहा, "रियल टाइम इंटरफेस इसकी विशेषता है। ये पोर्टल अपराध नियंत्रण के लिए मदद करेगी। अंतरराष्ट्रीय सहयोग इस पोर्टल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस और अलग-अलग नोटिस जारी करने में मददगार होगा। भारत की इंवेस्टिगेटिंग एजेंसियों को अब भारत में अपराध कर दूसरे देशों में जाकर छिपने वाले अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी, जो कानून की पहुंच से बाहर रहते थे। अब तकनीक के माध्यम से ऐसे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी। कोर्ट के ऑर्डर के साथ अपराधी दुनिया के किसी भी कोने में छिपे हो, इनकी अनुपस्थिति में इन पर ट्रायल चलाना और इनको भारत वापस लाने में भारतपोल माध्यम से मदद मिलेगी। कानून, कोर्ट और भारतपोल तकनीक से मदद मिलेगी। ऐसे अपराधियों को कानून के सामने लाने में मदद मिलेगी।"
19 प्रकार के डेटाबेस होंगे उपलब्ध: गृह मंत्री
अमित शाह ने कहा, "सीबीआई की टीम बनाकर भारतपोल के इस्तेमाल की ट्रेनिंग और नए कानून को नीचे तक पहुंचाने में काम करना होगा। ड्रग ट्रैफिकिंग, हथियार स्मगलिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे क्राइम में भारतपोल के माध्यम से 195 देशों की पुलिस इंटरपोल के साथ कनेक्ट होकर बेहतर काम करेगी। इंटरपोल से कनेक्ट कर राज्यों की पुलिस को बहुत एक्टिव रहना होगा। इंटरपोल के सभी नोटिस की व्यवस्था को लेकर इंस्टीट्यूशन लेवल पर करना होगा। 19 प्रकार के डेटाबेस हमारे पास उपलब्ध होंगे। क्राइम रोकने, अपराधियों को पकड़ने, साइबर अपराध को रोकने में भी भारतपोल के माध्यम से रोकथाम करने में मदद मिलेगी, इसकी ट्रेनिंग देना बेहद जरूरी है।"
भारतपोल पोर्टल के फायदे
- अपराध पर नियंत्रण: भारतपोल 195 देशों की पुलिस से जुड़कर अपराधियों को रियल टाइम में ट्रैक करेगा।
- क्राइम को रोकने में मददगार: भारतपोल के माध्यम से ड्रग ट्रैफिकिंग, हथियारों की तस्करी, मानव तस्करी जैसे जघन्य अपराधों को नियंत्रित किया जाएगा।
- सभी एजेंसियों का प्रयास: सीबीआई को नोडल एजेंसी के रूप में काम करते हुए सभी राज्यों की पुलिस को प्रशिक्षित करने का काम सौंपा जाएगा।
- अंतरराष्ट्रीय मदद: भारतपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस और अलग-अलग नोटिस जारीहोने में आसानी होगी।
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