नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता अमित शाह (Amit Shah) ने यहां शुक्रवार को जम्मू कश्मीर से पार्टी के कोर समूह के सदस्यों के साथ बैठक की। सूत्रों ने बताया कि बैठक में संगठन से जुड़े मुद्दों तथा केंद्रशासित प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा की गई। बैठक में जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के अलावा देवेंद्र सिंह राणा, सांसद जुगल किशोर और शक्ति राज परिहार सहित अन्य नेता शामिल हुए। केंद्रशासित प्रदेश में पार्टी मामलों के प्रभारी भाजपा महासचिव तरुण चुग और सह-प्रभारी आशीष सूद भी इस बैठक में शामिल हुए।
भाजपा की यह बैठक ऐसे दिन हुई है जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ दी। वह जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। हालांकि भाजपा सूत्रों ने कहा कि यह बैठक पूर्व निर्धारित थी। भाजपा नेताओं ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में परिसीमन कवायद के बाद राजनीतिक स्थिति और पार्टी संगठन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी शुक्रवार को शाह के साथ बैठक की। ऐसी चर्चा है कि केंद्रशासित प्रदेश में जारी मतदाता सूची संशोधन कवायद के पूरा होने के बाद विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। हालांकि सूत्रों ने इस साल चुनाव होने की संभावना से इनकार किया है।
आजाद ने सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजा
गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद ने आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजा। गुलाम नबी आजाद ने अपने त्याग पत्र में पार्टी को बर्बाद करने के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि अध्यक्ष पद के लिए वह ऐसे व्यक्ति को चुनेंगे जो बस कठपुतली बनकर रहे और पर्दे के पीछे सारे निर्णय वह खुद ही लें। आजाद ने आरोप लगाया कि 2020 में पार्टी में सुधार की मांग करने वाले जी-23 नेताओं को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में गाली दी गई, अपमानित किया गया और बदनाम किया गया।
अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से, कांग्रेस पार्टी में स्थिति ऐसी हो गई है कि अब पार्टी का नेतृत्व संभालने के लिए प्रॉक्सी का सहारा लिया जा रहा है। यह प्रयोग निश्चित रूप से विफल होगा। पार्टी इस तरह बर्बाद हो गई है कि स्थिति हाथ से निकल गई है। इसके अलावा, 'चुना हुआ अध्यक्ष' एक कठपुतली से ज्यादा कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को और राज्य स्तर पर क्षेत्रीय दलों को स्थान दिया है।