Tuesday, September 17, 2024
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अद्भुत: डॉक्टरों ने किया ऐसा चमत्कार, महिला के शरीर से निकाला 24 सप्ताह का 'स्टोन बेबी'

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में डॉक्टरों ने एक महिला मरीज के पेट से स्टोन बेबी निकाला है। यह एक अद्भुत घटना है जिसमें डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया है।

Edited By: Kajal Kumari @lallkajal
Published on: September 03, 2024 23:35 IST
stone baby- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO डॉक्टरों ने महिला के पेट से निकाला स्टोन बेबी

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में किंग जॉर्ज अस्पताल के डॉक्टरों ने एक महिला मरीज के पेट से 24 सप्ताह के भ्रूण के कैल्सीफाइड अवशेषों को सफलतापूर्वक निकाल दिया है। इस स्थिति को 'स्टोन बेबी' या "लिथोपेडियन" के रूप में जाना जाता है, यह एक दुर्लभ घटना है जो आमतौर पर तब होती है जब पेट में गर्भावस्था के दौरान भ्रूण की मृत्यु हो जाती है। स्टोन बेबी शरीर द्वारा पुन: अवशोषित होने के लिए बहुत बड़ा होता है, और बाद में कैल्सीफाइड हो जाता है।

लिथोपीडिया जेसी स्थिति 14 सप्ताह के गर्भ से लेकर पूर्ण अवधि तक के गर्भ के लिए हो सकता है। स्टोन बेबी जैसे बच्चे का दशकों तक निदान न होना और प्राकृतिक रजोनिवृत्ति के बाद ठीक हो जाना कोई असामान्य बात नहीं है। इस रोग का निदान अक्सर तब होता है जब रोगी की अन्य स्थितियों के लिए जांच की जाती है जिसके लिए एक्स-रे अध्ययन की आवश्यकता होती है।

क्या होता है स्टोन बेबी

ऐसी ही एक घटना विशाखापत्तनम के अनाकापल्ले जिले की 27 वर्षीय मरीज, जो दो बच्चों की मां है उसके साथ हुई। महिला के पेट में गंभीर पेट दर्द हुआ था जिससे पीड़ित होकर वह अगस्त के तीसरे सप्ताह में केजीएच पहुंची, जिसके बाद पता चला कि उसके पेट में स्टोन बेबी है जिसमे बच्चे की पसली का पिंजरा, खोपड़ी, पेल्विक हड्डी, स्कैपुला आदि हटा दिए गए।

केजीएच में प्रसूति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ. वाणी ने एमआरआई स्कैन किया, जिसमें उसके पेट में "हड्डियों के घोंसले" जैसा एक कैल्सीफाइड दिखाई दिया। मेडिकल टीम ने 31 अगस्त को सर्जरी की। ऑपरेशन सफल रहा और महिला ठीक हो रही है।

महिला के पेट में कई साल तक था स्टोन बेबी

इससे पहले एक महिला एस्टेला मेलेंडेज़ को इसी स्थिति से गुजरना पड़ा था। उसे यह नहीं पता था कि एक कैल्सीफाइड भ्रूण 60 साल से अधिक समय से उसके गर्भाशय में था, जब तक कि उसके गिरने पर डॉक्टरों ने उसके एक्स-रे में कुछ नहीं देखा। महिला को 60 साल से अधिक समय से पेट में एक गांठ थी लेकिन वह इस स्थिति से अनजान थी। कैल्सीफाइड भ्रूण से उसे कोई खतरा नहीं था।

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