Highlights
- पहलगाम और बालटाल दोनों तरफ से रोकी गई यात्रा
- मौसम साफ होते ही शुरू हो जाएगी अमरनाथ यात्रा
Amarnath Yatra : अमरनाथ यात्रा को खराब मौसम के चलते अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम और बालटाल दोनों तरफ से पवित्र गुफा की ओर यात्रियों का आवागमन फिलहाल रोक दिया गया है। बताया जाता है कि बारिश और मौसम प्रतिकूल रहने के चलते यह फैसला लिया गया है। जैसे ही मौसम में सुधार होगा यात्रा फिर से शुरू हो जाएगी। वहीं अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 65 हजार श्रद्धालु पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।
सोमवार को श्रद्धालुओं का छठा जत्था रवाना
इससे पहले सोमवार को 7,200 से अधिक श्रद्धालुओं का छठा जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों के लिए जम्मू से रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 332 वाहनों के काफिले में कुल 7,282 श्रद्धालु भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए। इनमें 5,866 पुरुष, 1,206 महिलाएं, 22 बच्चे, 179 साधु और नौ साध्वी हैं। उन्होंने बताया कि बालटाल के लिए जाने वाले 2,901 श्रद्धालु सबसे पहले 150 वाहनों में तड़के करीब 3.40 बजे रवाना हुए। इसके बाद पहलगाम के लिए 4,381 श्रद्धालुओं को लेकर 182 वाहनों का दूसरा काफिला निकला। यह यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी।
उपराज्यपाल ने बालटाल आधार शिविर का किया दौरा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को अमरनाथ यात्रा के लिए बनाए गए बालटाल आधार शिविर का दौरा कर वहां पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उपराज्यपाल ने बालटाल आधार शिविर में तीर्थयात्रियों, अधिकारियों, खच्चर वालों से बातचीत की। सुविधाओं, सेवाओं की गुणवत्ता, यात्रियों, स्वयंसेवकों की भलाई के बारे में पूछताछ की और नियंत्रण कक्षों का निरीक्षण किया।
सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम
इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने पाकिस्तान से तस्करी कर लाए गए चिपचिपे बमों को एक 'गंभीर खतरा' बताया लेकिन साथ ही कि अमरनाथ यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा पार लगभग 150 आतंकवादी मौजूद हैं, लेकिन सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं। सुरक्षा बलों ने आतंकियों के घाटी में घुसने के मंसूबों को विफल कर दिया है।
इनपुट-भाषा