Highlights
- पहलगाम रूट पर नुनवान आधार शिविर से अमरनाथ यात्रियों के जत्थे को पवित्र गुफा के लिए रवाना
- रेस्क्यू का काम जारी, की जा रही लापता श्रद्धालुओं की तलाश
- हेलिकॉप्टर के जरिए बचाई गई कई तीर्थयात्रियों की जान
Amarnath yatra: शुक्रवार को बादल फटने के कारण रोकी रोकी गई अमरनाथा यात्रा फिर बहाल हो गई है। जम्मू में रुकने के बाद अमरनाथ तीर्थयात्रियों का नया जत्था जम्मू बेस कैंप से निकल गया है। पहलगाम रूट पर नुनवान आधार शिविर से अमरनाथ यात्रियों के जत्थे को पवित्र गुफा के लिए रवाना किया गया है। अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अनुसार यात्रा को सोमवार से एक ही रूट पर शुरू किया जा रहा है, लेकिन हेलिकॉप्टर सेवा नुनवान और बालटाल दोनों रूट से उपलब्ध रहेगी। इसी बीच जम्मू में स्थित भगवती नगर बेस कैंप में भी पंजीकृत श्रद्धालुओं को 11 जुलाई तक पहुंचने के लिए कहा गया है। उधर, जम्मू की उपायुक्त अवनी लवासा ने बताया कि यात्रा फिर शुरू की जा रही है। इसके लिए पंजीकृत यात्रियों को यात्री निवास पहुंचने के लिए कहा गया है।
उत्साह से भरे श्रद्धालु बोले, भोलेनाथ के दर्शन किए बिना घर नहीं जाएंगे
यात्रा शुरू होने को लेकर उत्साह से भरे श्रद्धालुओं ने बताया कि, 'हम लोग अपने घर से प्रण लेकर आए हैं कि भोलेनाथ के दर्शन किए बिना हम घर नहीं जाएंगे। बाबा के दर्शन करने के लिए हम यहां आए थे लेकिन ये हादसा हो गया। सरकार ने आज से यात्रा शुरू कर दी, हम बहुत प्रसन्न हैं।'
रेस्क्यू का काम जारी, की जा रही लापता श्रद्धालुओं की तलाश
इसी बीच अमरनाथ (Amarnath) गुफा के पास राहत और बचाव अभियान जारी है। शुक्रवार शाम बादल फटने (Cloudburst) से अचानक आए सैलाब में कई लोग बह गए थे। हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई, 65 घायल हैं। कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है।
शुक्रवार को बादल फटने से आया था सैलाब
बता दें कि शुक्रवार को अमरनाथ में सैलाब से तीर्थस्थल के बाहर बने आधार शिविर में पानी घुस गया था। इस आपदा के बाद तेजी से राहत बचाव का काम शुरू किया गया। फंसे लोगों को निकाला गया, लापता लोगों का ढूंढा गया। राहत और बचाव कार्य के बीच फिर बारिश आने के कारण काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा, लेकिन सुरक्षा जवानों के अथक प्रयासों के चलते कई लोगों को मुसीबत से निकाला गया।
हेलिकॉप्टर के जरिए बचाई गई कई तीर्थयात्रियों की जान
इस घटना में जिससे 25 टेंट और तीन कम्यूनिटी किचन क्षतिग्रस्त हो गए थे। शनिवार सुबह हेलिकॉप्टर के जरिए छह तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया था। मरीजों को नीलागरार हेलीपैड पहुंचाया गया। राहत और बचाव कार्य के दौरान चिकित्सा दल पूरी तरह मुस्तैद है।