Amarnath Yatra 2022 Cloudburst: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के मामले में 16 लोगों की मौत हो गई। वहीं 40 के करीब लोग लापता हैं। राहत और बचाव कार्य जोर शोर से जारी है। इसी बीच अमरनाथ हादसे में इस घटना में तेलंगाना के भाजपा विधायक टी. राजा सिंह और उनका परिवार बाल-बाल बच गया है। सिंह और उनके परिवार के सदस्य शुक्रवार को इलाके में अचानक आई बाढ़ से कुछ मिनट पहले दर्शन के बाद मंदिर से निकल गए थे। राजा सिंह ने कहा, "पहाड़ियों पर उतरने के लिए हमने मुश्किल से एक किलोमीटर का सफर तय किया था, जब हमने देखा कि पानी में तंबू बह रहा है। इसे शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता है। मैंने अपने जीवन में ऐसा कभी नहीं देखा।"
हैदराबाद के गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र से तेलंगाना विधानसभा के सदस्य ने कहा, "मैंने देखा कि 20-30 लोग बाढ़ में बह गए हैं।" विधायक अपने परिवार के सदस्यों के साथ तीन दिन पहले पहलगाम पहुंचे थे। वहां से उन्होंने शुक्रवार सुबह अमरनाथ जाने के लिए हेलीकॉप्टर बुक किया। उन्होंने कहा, "जब हम अमरनाथ पहुंचे तो करीब 10,000 लोगों की लंबी कतार थी। हमें दर्शन करने में 3-4 घंटे लग गए और दोपहर के भोजन के बाद हम निकल गए।"
भाजपा नेता ने कहा कि जैसे ही मौसम अचानक बदल गया, हेलीकॉप्टर सेवा रद्द कर दी गई। उन्होंने पहाड़ियों से नीचे उतरने के लिए टट्टू का इस्तेमाल करने का फैसला किया। राजा सिंह ने कहा, "हमने पहाड़ियों से करीब 1 किमी नीचे बादल फटते हुए देखा। बाढ़ में कई तंबू बह गए।" चूंकि विधायक विशेष सुरक्षा में हैं, इसलिए सेना ने परिवार को श्रीनगर पहुंचने में मदद की। सिंह के मुताबिक, तेलंगाना से बड़ी संख्या में श्रद्धालु फंसे हुए हैं।
गौरतलब है कि अमरनाथ (Amarnath) गुफा के पास राहत और बचाव अभियान जारी है। शुक्रवार शाम बादल फटने (Cloudburst) से अचानक आए सैलाब में कई लोग बह गए। हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई, 65 घायल हैं जबकि 40 लोग अभी भी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश जारी है।
सैलाब से तीर्थस्थल के बाहर बने आधार शिविर में पानी घुस गया, जिससे 25 टेंट और तीन कम्यूनिटी किचन क्षतिग्रस्त हो गई। शनिवार सुबह एक बार फिर से बचाव अभियान शुरू किया गया और हेलिकॉप्टर के जरिए छह तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। मरीजों को नीलागरार हेलीपैड पहुंचाया जा रहा है जहां पर सैन्य चिकित्सा दल उनका इलाज कर रहे हैं और उन्हें फिर आगे भेजा जा रहा है।