Highlights
- पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए 1,602 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था हुआ रवाना
- पिछले तीन दिन में तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है
- कई बार बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को रोकना पड़ा है
Amarnath Yatra 2022: कड़ी सुरक्षा के बीच 1,602 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए बृहस्पतिवार सुबह रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 55 वाहनों में तीर्थयात्रियां का एक और जत्था यहां भगवती नगर यात्री निवास से बृहस्पतिवार सुबह रवाना हुआ। उन्होंने बताया कि बालटाल आधार शिविर के लिए जाने वाले 596 तीर्थयात्री 21 वाहनों में सबसे पहले रवाना हुए। इसके बाद कश्मीर में पहलगाम शिविर के लिए 1,006 तीर्थयात्रियों को लेकर 34 वाहनों का दूसरा काफिला रवाना हुआ।
खराब मौसम से तीर्थयात्रियों की संख्या घटी
अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण पिछले तीन दिन में तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है। अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से ही बारिश का दौर रुक रुककर बना हुआ है। शुरुआत में आई प्राकृतिक आपदा के बाद कई बार ऐसा हुआ है बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को रोकना पड़ा है। इसी कड़ी में आज खबर आई थी कि एक बार फिर लगातार हो रही वर्षा और भूस्खलन की वजह से अमरनाथ यात्रा को रोकना पड़ा है। यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड हुआ है। इसके बाद यह कदम उठाया गया। लगातार भारी बारिश के बाद एहतियात के तौर पर पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से अमरनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है। रामबन के बनिहाल इलाके में दो जगहों पर भूस्खलन हुआ है।
अभी तक 2.33 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री कर चुके हैं दर्शन
अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 2.33 लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी। यात्रा के दौरान अभी तक 36 लोगों की विभिन्न वजहों से मौत हो चुकी है। इनके अलावा आठ जुलाई को गुफा मंदिर के पास अचानक आई बाढ़ में 15 तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी।