Highlights
- गुफा में स्वतः निर्मित होता है बाबा अमरनाथ का शिवलिंग
- अमरनाथ की गुफा 13600 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- अमरनाथ की गुफा की ऊंचाई 11 मीटर है
दिल्लीः इस साल अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होगी जो 43 दिनों तक चलेगी। अमरनाथ यात्रा 43 दिनों के बाद रक्षा बंधन पर समाप्त होगी। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया कि इस बार की यात्रा सभी कोविड प्रोटोकॉल से तहत शुरू होगी।
रविवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की बैठक की बैठक हुई। जिसमें यह फैसला लिया गया कि इस साल ये पवित्र तीर्थयात्रा 30 जून को सभी कोविड प्रोटोकॉल के साथ शुरू होगी। 43 दिन तक चलने वाली इस पवित्र यात्रा का समापन रक्षाबंधन के दिन परंपरा के अनुसार होगा।
लाखों की संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु
श्री अमरनाथ जी पवित्र गुफा कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में स्थित है। पौराणिक कथा के अनुसार ये वही जगहा है जहां पर भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर होने की रहस्यकथा सुनाई थी। जिसे उस समय वहां गुफा में मौजूद 2 कबूतरों ने सुन लिया था। इस पवित्र गुफा में हर साल स्वतः शिवलिंग बनता है। जिसके दर्शनों के लिए हर साल लाखों की संख्या में हिंदु श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
कोरोना संक्रमण के कारण 2 साल से बंद थी यात्रा
गौरतलब है कि बीते दो सालो से कोरोना संक्रमण के कारण अमरनाथ की यात्रा बंद थी। चूंकि अब देश में इस भयंकर महामारी के मामले काफी कम होने लगे हैं। जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि इस साल इस पवित्र यात्रा को फिर से शुरू किया जा सकता है। लोग काफी बेसब्री से इस पवित्र यात्रा के शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने रविवार को इस यात्रा की तारीखों का ऐलान कर भगवान शिव के भक्तों को खुश होने का अवसर दे दिया है।