प्रयागराज: अतीक अहमद के बड़े बेटे अली के घायल होने और हॉस्पिटल में एडमिट करवाए जाने की खबर गलत निकली है। अली प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है और अपने पिता की मौत के बाद से काफी रो-चिल्ला रहा है। इससे पहले खबर आई थी कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर हमला करने वाले तीनों आरोपियों को प्रयागराज की नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया है क्योंकि अतीक अहमद का बेटा अली इन हमलावरों का विरोध कर रहा था और मारने की धमकी दे रहा था। हमलावरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया है।
शनिवार को हुई थी अतीक की हत्या
शनिवार रात अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अतीक और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे। तभी नकली मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे हमलावरों ने अतीक के सिर के पास गन सटाकर गोली मार दी। इस दौरान हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की। गोली लगते ही अतीक और उसका भाई अशरफ जमीन पर गिर पड़े और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 3 हमलावरों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 8 गोली लगने की पुष्टि
अतीक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये सामने आया है कि उसे 8 गोलियां लगी थीं। इस घटना को अंजाम देने वाले तीनों हमलावरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इन तीनों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी के रूप में हुई। इन आरोपियों को प्रयागराज की कोर्ट में भी पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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