Highlights
- अकाल तख्त जत्थेदार की वापस ली गई थी सुरक्षा
- सिखों की सर्वोच्च संस्था है अकाल तख्त और इसके प्रमुख होते हैं जत्थेदार
- भगवंत मान सरकार के फैसले पर मचा था बवाल
Akal Takht Jathedar Giani Harpreet Singh: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को ‘Z’ कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है। सिख धर्मगुरु को देश की दूसरी सर्वोच्च श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय बढ़ते खतरे की धारणा को देखते हुए लिया गया था। एक अधिकारी ने कहा, “अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कमांडो उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे।”
केंद्र सरकार के इस फैसले की सराहना करते हुए मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि इसे स्टेट्स सिंबल के तौर पर नहीं देखना चाहिए। जिस जगह पर धार्मिक गुरु हैं एक छोटी सी अप्रिय घटना भी बड़ी घटना बन सकती है वो सरकार के फैसले को उचित मानते हैं।
अकाल तख्त के जत्थेदार की सुरक्षा ली गई थी वापस
बता दें कि अकाल तख्त सिखों की सर्वोच्च संस्था है और जत्थेदार इसके प्रमुख होते हैं। अकाल तख्त जत्थेदार उन 400 से अधिक लोगों में से एक थे जिनकी सुरक्षा पंजाब में नवगठित आप सरकार द्वारा वापस ले ली गई थी। हालांकि बाद में उनकी सुरक्षा बहाल कर दी गई, लेकिन जत्थेदार ने फिर से राज्य सरकार की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि उन्हें अब केंद्र सरकार के CRPF कमांडो की सुरक्षा प्रदान की गई है। ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा के तहत 16 से 20 सशस्त्र कमांडो पालियों में व्यक्ति के साथ 24 घंटे सुरक्षा में तैनात रहते हैं। जब वह सड़क मार्ग से यात्रा करेंगे तो उन्हें एक एस्कॉर्ट और एक पायलट वाहन भी उपलब्ध कराया जाएगा।
भगवंत मान सरकार के फैसले पर मचा बवाल
पंजाब में VVIP लोगों की सुरक्षा वापस लेने के मामले में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी सरकार की किरकिरी हुई। दरअसल पिछले दिनों में जिन 424 लोगों की सुरक्षा घटाने का ऐलान पंजाब सरकार की और से किया गया था उसमें अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी शामिल है।
सुरक्षा कम किए जाने के ऐलान के बाद ही सिखों की सर्वोच्च संस्था के सबसे बड़े जत्थेदार की सुरक्षा को लेकर काफी बवाल मच गया था और बाद में पंजाब सरकार ने जत्थेदार की सुरक्षा वापिस देने का ऐलान कर दिया था। लेकिन एसजीपीसी और अकाल तख्त ने पंजाब सरकार की सुरक्षा वापस लेने से इंकार करते हुए कहा था कि एसजीपीसी और अकाल तख्त अपने सर्वोच्च धार्मिक मुखिया की सुरक्षा खुद कर सकते हैं। ऐसे में अब केंद्र सरकार ने अकाल तख्त के जत्थेदार को जेड सिक्योरिटी देने का ऐलान किया है।