Highlights
- अमृतसर के गोल्डन टेंपल में मनाया जा रहा है गुरु हरगोबिंद साहिब का गुरुता गद्दी दिवस
- 'हर सिख को लाइसेंसी मॉर्डन हथियार लीगल तरीके से रखने की कोशिश करनी चाहिए'
Akal Takht Jathedar Controversial Statement: अमृतसर में श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने हर सिख को अपने पास आधुनिक लाइसेंसी हथियार रखने की कोशिश करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अब हालात ऐसे बन रहे हैं और ऐसा वक्त आ रहा है कि हर सिख खुद को बानी पढ़ कर, नाम जप कर, भजन कर बलवान बनाए और साथ ही साथ तंदुरुस्त होकर नशों से दूर रहे। उन्होंने मीरी-पीरी के संस्थापक गुरु हरगोबिंद साहिब के गुरुता गद्दी दिवस पर संगत के नाम जारी संदेश में यह बात कही।
जत्थेदार ने कहा कि गुरु हरगोबिंद साहिब ने चार युद्ध लड़े और चारों ही जीते। अब वक्त आ गया है कि सिख बाणी पढ़कर बलवान हों और हर सिख शस्त्रधारी बने। उन्होंने कहा कि गुरु हरगोबिंद सिंह का मीरी-पीरी का संदेश आज भी कारगर है। सिखों को नवीनतम गतका, तलवारबाजी, तीरंदाजी का अभ्यास करने के साथ गुरुओं का नाम जपना चाहिए।
'समय की जरुरत हैं हथियार'
उन्होंने कहा, ''श्री गुरु हरगोबिंद साहिब ने श्री अकाल तख्त की सृजना करके संगतों को उपदेश दिया। जहां बानी पढ़ने का उपदेश दिया, वहीं शस्त्रधारी बनने, घुड़सवारी सीखने और तलवारबाजी का भी उपदेश दिया। समय बदल रहा है, लेकिन गुरु साहिब के उपदेश आज भी कारगर हैं। आज जरूरत है खासकर सिख नौजवान बच्चे-बच्चियां गुरु साहिब के आदेशों की पालन करते हुए शस्त्रधारी बनें, गतकाबाजी, तलवारबाजी और निशानेबाजी सीखें।''
बता दें कि अमृतसर के गोल्डन टेंपल में गुरु हरगोबिंद साहिब का गुरुता गद्दी दिवस मनाया जा रहा है। इसी मौके पर जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने कहा कि हर सिख को लाइसेंसी मॉर्डन हथियार लीगल तरीके से रखने की कोशिश करनी चाहिए। समय इसी तरह का है और हालात भी ऐसे ही हो चुके हैं।
'घर तबाह कर रहा है नशा'
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि नशा घर तबाह कर रहा है। नशे से दूर रहने का एक ही तरीका है कि हम सभी गुरबाणी की तरफ झुकें और गुरुओं को याद करें।