नई दिल्ली: महज एक ई-मेल, एक सिमकार्ड और एक करोड़ का फ्रॉड...ये बात आपको सुनने में फिल्मी लग रही होगी लेकिन ये हकीकत है। कोलकाता से गिरफ्तार तीन शातिरों का कारनामा आप सुनेंगे तो दंग रह जाएंगे और इस बात के लिए भी सतर्क हो जाएंगे कि कभी भी कोई अनजान ई-मेल दिखे तो उस पर क्लिक कभी ना करें।
पुलिस की गिरफ्त में आए तीन आरोपियों ने महज एक ई-मेल भेजकर एक करोड़ 19 लाख, सैंतीस हजार का फ्रॉड कर दिया। कोलकाता से गिरफ्तार अतिकुर होम लोन और बीमा का काम करता है तो परवेज बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम करता है। वहीं, मुख्तार कपडे का होलसेल व्यापारी है लेकिन इनके लालच ने इन्हें साइबर फ्रॉड बना दिया।
कैसे किया इतना बड़ा फ्रॉड?
11 मार्च को एक कंपनी के अकाउंट पर accounts@collectivebearings.com शाम के 4 बजे एक ईमेल वोडाफोन कंपनी की तरफ से आया, ये फर्जी मेल था। corporatecare.india@vodafoneidea.co इस ईमेल में लिखा था कि आपका सिमकार्ड रिप्लेस करना पड़ेगा। इसके बाद 13 मार्च 2023, जब कम्पनी के ट्रेजरर ने कंपनी का बैंक अकाउंट चेक किया तो 11 और 12 मार्च को रात के दस बजे अनजान ईमेल धारक corporatecare.India@voda foneidea.com ने कंपनी के अकाउंट के ईमेल आईडी accounts@collectivebearings.com पर सिमकार्ड बदलने के लिए रिक्वेस्ट भेज कर सिमकार्ड स्वैपिंग कर कंपनी के अकाउंट से एक करोड़ उन्नीस लाख सैंतीस हजार ट्रांसफर कर लिए थे।
अहमदाबाद पुलिस ने कोलकाता से कैसे पकड़े फ्रॉड?
पुलिस ने उस अकाउंट की इन्फॉर्मेशन पर काम किया जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए थे। जांच के दौरान अतिकुर रहेमान खान, परवेज़ अहमद रउफ और मुख्तारअली मोमरेज अली के नाम सामने आए। तीनों को 28 अप्रैल को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया और कोर्ट से उनकी रिमांड लेकर उनसे पूछताछ शुरू की गई। इस पूछताछ में पता चला कि कमज़ोर कड़ी कहां थी। तीनों के पास से पुलिस ने 4 मोबाइल बरामद किए हैं। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इन तीनों ने और कितने लोगों को चूना लगाया है।