Agniveer recruitment: अग्निपथ योजना के विरोध के बीच भारतीय सेना ने जरूरी नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। भर्ती के लिए जारी इस नोटिफिकेशन के मुताबिक, जुलाई में रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा। 'अग्निपथ' योजना के तहत थलसेना में भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत सोमवार से हो गई। आज भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया।
25 हजार रंगरूटों की ट्रेनिंग दिसंबर में
नोटिफिकेशन में योग्यता शर्तें, भर्ती प्रक्रिया, वेतन-भत्तों से लेकर सर्विस रूल्स तक का ब्योरा है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए joinindianarmy.nic.in पर क्लिक किया जा सकता है। लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने बताया था कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती रैलियां अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में होंगी। करीब 25,000 रंगरूटों की ट्रेनिंग दिसंबर के पहले और दूसरे हफ्ते में शुरू हो जाएगी। ट्रेनी अग्निवीरों का दूसरा बैच 23 फरवरी 2023 के आसपास ट्रेनिंग शुरू करेगा।
जुलाई माह में जारी होंगी अधिसूचनाएं
वहीं जुलाई माह से से सेना की अलग-अलग भर्ती इकाइयां अपने हिसाब से अधिसूचनाएं जारी करेंगी। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि चार साल के बाद चयनित अग्निवीर को अगले 15 साल के लिए शामिल किया जाएगा। थलसेना में भी अग्निवीरों को साल में 30 छुट्टियां मिलेंगी। अग्निवीरों को कोई महंगाई भत्ता या मिलिट्री सर्विस पे नहीं मिलेगा। करीब 40,000 कर्मियों के चयन के लिए देश भर में कुल 83 भर्ती रैलियां होनी हैं।
24 जुलाई से शुरू होंगी ऑनलाइन परीक्षाएं
रविवार को तीनों सेनाओं ने अग्निपथ योजना के तहत भर्तियों में तेजी लाने का ऐलान किया। वायुसेना ने कहा कि अग्निवीर के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 24 जून से शुरू हो जाएगी। 24 जुलाई से फेज वन ऑनलाइन एग्जाम होंगे। पहले बैच की ट्रेनिंग 30 दिसंबर तक शुरू होने की योजना हैं। भारतीय नौसेना ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया पर पूरा काम कर लिया है। 25 जून तक विज्ञापन निकलेंगे। 21 नवंबर को पहला अग्निवीर बैच ट्रेनिंग सेंटर पहुंचना शुरू कर देगा। महिला अग्निवीर भी शामिल होंगी।
गौरतलब र्है कि रक्षा मंत्रालय के सैन्य विभाग के अतिरिक्त सचिव, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, एयर मार्शल झा और लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान तीनों सेनाओं के शीर्ष आधिकारियों ने अग्निपथ योजना के सभी प्रावधानों को विस्तार से समझाया।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने बताया कि आज के जवानों के मुकाबले अग्निवीरों को ज्यादा अलाउंस मिलेंगे। अग्निवीर और बाकी सैनिकों में कोई अंतर अलाउंस में नहीं रहेगा। देश सेवा को पैसे से ना तौलें। उन्होंने कहा कि आगे की लड़ाई टेक्नो-सेवी होगी और उसके लिए हमें यूथ चाहिए। हमारी 70 फीसदी इनटेक गांवों से है। पिछले सालों मो हमने अपना फ्लैब कट किया है। ये सिर्फ 46000 तक नहीं रहेगा, आगे ये और बढ़ेगा।