Highlights
- तीनों सेना प्रमुखों से अलग-अलग मुलाकात करेंगे पीएम मोदी
- 14 जून को सरकार ने किया था अग्निपथ योजना का ऐलान
- देश के कई राज्यों में हो रहा है विरोध प्रदर्शन
Agnipath Scheme Protest : सैन्य सेवाओं में भर्ती के लिए केंद्र की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) का विरोध थमने का नाम नहीं रहा है। कई राज्यों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) तीनों सेना प्रमुखों से मुलाकात करनेवाले हैं। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी (PM Modi) तीनों सेना प्रमुखों से अलग-अलग मुलाकात करेंगे। इस योजना का ऐलान सरकार की ओर से 14 जून को किया गया था जिसके बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में इसका विरोध शुरू हो गया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने भी अग्निपथ के विरोध को दिया समर्थन
छात्रों के विरोध के बीच अब संयुक्त किसान मोर्चा ने भी अग्निपथ के विरोध में चल रहे आंदोलन को अपना समर्थन दे दिया है।संयुक्त किसान मोर्चा ने 24 जून को देशव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वन रैंक वन पेंशन’ के वादे पर समर्थन जुटाकर अपना विजय अभियान शुरू किया था, लेकिन अब नयी ‘नो रैंक नो पेंशन’ योजना शुरू की है। एसकेएम ने देश के कई हिस्सों में जारी प्रदर्शन के लिए अपना समर्थन घोषित किया और अग्निपथ योजना को ‘सैन्य विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी’ करार देते हुए युवाओं से उसके खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की।
‘जय जवान जय किसान’ की भावना को नष्ट करने पर तुली है सरकार-किसान मोर्चा
संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान में कहा, ‘जब केंद्र सरकार ‘जय जवान जय किसान’ के नारे की भावना को नष्ट करने पर तुली हुई है, तो किसान आंदोलन का कर्तव्य है कि वह इस संघर्ष में जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहे।’ बयान में कहा गया कि संयुक्त किसान मोर्चा 24 जून को पूरे देश में विरोध दिवस मनाएगा। सभी जिला और तहसील मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। किसानों के संगठन ने युवाओं, विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों से विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने का आग्रह किया है। एसकेएम ने दावा किया कि अग्निपथ योजना देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
भारत बंद का आंशिक असर
वहीं अग्निपथ योजना के खिलाफ ‘भारत बंद’ के दौरान सोमवार को कुछ क्षेत्रों में सड़क और रेल यातायात आंशिक तौर पर असर पड़ा। रेलवे ने सोमवार को 587 ट्रेन को रद्द कर दिया, जबकि 10 अन्य का परिचालन विरोध प्रदर्शनों के कारण बाधित हो गया। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हाजीपुर मुख्यालय वाले पूर्व मध्य रेलवे का है जहां लगभग 350 ट्रेन रद्द की गई हैं। सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना और राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन के कारण दिल्ली में कई जगहों पर लंबा जाम लग गया।कांग्रेस की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में कनॉट प्लेस के निकट शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन को रोक दिया। पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने पटरी को खाली कराया और करीब आधे घंटे बाद ट्रेन की आवाजाही फिर से शुरू हुई।
इनपुट-भाषा