Highlights
- अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में जारी विरोध
- अग्निवीरों पर विजयवर्गीय का विवादित बयान
- विपक्ष समेत बीजेपी नेता ने भी साधा निशाना
Agneepath: सैन्य बलों में भर्ती की नयी अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में भारी रोष है। देशभर में जारी विरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को रविवार को एक विवादित बयान दे दिया। विजयवर्गीय ने कहा कि अगर उन्हें पार्टी कार्यालय में सुरक्षा रखनी है तो वह किसी पूर्व अग्निवीर को प्राथमिकता देंगे।
"टूलकिट गिरोह बयान को तोड़ मरोड़ रहा"
अपने इस बयान के लिए विपक्ष के साथ-साथ अपनी ही पार्टी के नेताों की भी कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा। अपने बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया के बाद विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि ‘‘टूलकिट’’ गिरोह से जुड़े लोग उनके कथन को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करके ‘‘कर्मवीरों’’ के अपमान की कोशिश कर रहे हैं। विजयवर्गीय ने इंदौर के भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सेना के प्रशिक्षण में अनुशासन एवं आज्ञा का पालन करना सबसे प्रमुख है, और अग्निपथ योजना के तहत सेवा के दौरान युवाओं में दोनों गुणों का विकास होगा। उन्होंने कहा कि जब कोई युवा सेना में अग्निपथ योजना के तहत प्रशिक्षण लेगा और चार साल की सेवा के बाद निकलेगा तो 11 लाख रुपये उसके हाथ में होंगे और वह अपनी छाती पर अग्निवीर का तमगा लगाकर घूमेगा।
बयान देकर फंसे कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा महासचिव ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, ‘‘मुझे अगर भाजपा के इस कार्यालय में सुरक्षा रखनी है, तो मैं (पूर्व) अग्निवीर को प्राथमिकता दूंगा।’’ भाजपा महासचिव के इस बयान के लिये उनकी अपनी पार्टी के सांसद वरुण गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने उन पर निशाना साधा है ।
विजयवर्गीय के बयान पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘‘देश के युवाओं और सेना के जवानों का इतना अपमान मत करो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश के युवा दिन-रात मेहनत करके फ़िज़िकल पास करते हैं, टेस्ट पास करते हैं, क्योंकि वो फ़ौज में जाकर पूरा जीवन देश की सेवा करना चाहते हैं, इसलिए नहीं कि वो भाजपा दफ़्तर के बाहर गार्ड (चौकीदार) लगना चाहते हैं।’’
बीजेपी नेता वरुण गांधी ने साधा निशाना
वरूण ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जिस महान सेना की वीर गाथायें कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक।’’ भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘भारतीय सेना मां भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं।’’
कैलाश विजयवर्गीय ने दी सफाई
अपने बयान पर बवाल मचने के बाद विजयवर्गीय ने ट्वीट कर सफाई दी,‘‘अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे। सेना में सेवाकाल पूर्ण करने के बाद वे जिस भी क्षेत्र में जाएंगे, वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा। मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘टूलकिट गिरोह से जुड़े लोग मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करके कर्मवीरों का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं। यह देश के कर्मवीरों का अपमान होगा। राष्ट्रवीरों-धर्मवीरों के खिलाफ इस टूलकिट गिरोह के षड़यंत्रों को देश भली भांति जानता है।’’