नई दिल्ली: भारत के वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने इंडिया टीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में चीन, पाकिस्तान, अग्निपथ समेत तमाम मुद्दों पर बात की। एयरफोर्स चीफ ने अग्निपथ के बारे में बात करते हुए कहा कि यह स्कीम गेम चेंजर है और हमारी ट्रेनिंग के लिए भी बहुत इंपॉर्टेंट है। उन्होंने कहा, ‘हमारी ट्रेनिंग बहुत लंबी थी। पहले एयरमैन की ट्रेनिंग 2.5 साल चलती थी लेकिन इस मौके के जरिए हमने इसे रिव्यू किया और नये आदमी भी उत्सुक है इसे ज्वाइन करने के लिए। लगभग 19 हजार लोगों ने स्टार एग्जामिनेशन पास किया है और ये सब नयी ट्रेनिंग पैटर्न को जल्दी से जल्दी अडॉप्ट करेंगे।’
चीन और पाकिस्तान पर बोले- हमारी क्षमता बढ़ रही है
चीन और पाकिस्तान के खिलाफ देश की सुरक्षा तैयारियों पर बोलते हुए एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा, ‘हम पूरी तरह से इनकी हरकत पर नजर रखे हुए हैं। पिछले दिनों वे पास आए तो हमने तुरंत अपने फाइटर्स को 8 मिनट के अंदर स्क्रैबल करकर उनके सामने खड़ा कर दिया। हमारे फाइटर्स इस समय फॉरवर्ड बेसिस पर तैनात हैं। चीन और पाकिस्तान के नए डिवेलपमेंट की जानकारी हमारे पास है। जब तक हमारे पास नए हथियार नहीं आते तब तक हम पहले से मौजूद हथियारों के जरिए ही चीन और पाकिस्तान को काउंटर करेंगे। उनकी क्षमता चाहे कुछ भी हो, हमारी क्षमता भी बढ़ रही है।
‘टू फ्रंट वॉर’ पर एयरफोर्स चीफ ने कही ये अहम बात
‘टू फ्रंट वॉर’ या दो मोर्चों की लड़ाई के सवाल पर एयरफोर्स चीफ ने कहा, ‘यह हमारी सोच है कि 2 फ्रंट या बाकी फ्रंट को हम कैसे देखते हैं। हमें ज्यादा सरफेस टू एयर वेपन रेडार और फाइटर चाहिए लेकिन हमारा कॉन्सेप्ट है कि जो भी हमारे पास है उससे हम पूरी तरह से नॉर्थ में और वेस्ट में तैयार रहें। हमारे पास अभी इतने रडार नहीं है जो छोटे ड्रोन को पकड़ सकें। आने वाले वक्त का यह सबसे बड़ा खतरा है। इस खतरे से निपटने के लिए हमने भारतीय इंडस्ट्री को छोटे राडार बनाने के लिए कहा है ताकि वह टारगेट को पिक कर सके।’
‘जो भी स्ट्रक्चर बने वह फ्यूचर रेडी हो, IAF तैयार है’
थिएटर कमांड के बारे में बात करते हुए एयरफोर्स चीफ ने कहा, ‘भारतीय वायुसेना पूरी तरह से इंटिग्रेशन के पक्ष में है। जो भी स्ट्रक्चर बने वह फ्यूचर रेडी हो। फैसले लेने का जो साइकिल है उसे कम करना बहुत जरूरी है। आने वाले समय में जो लड़ाइयां होंगी उनमें बिना किसी बाधा के तुरंत फैसला लेना होगा।
चिनूक में आग और मिग-21 क्रैश पर भी बोले IAF चीफ
अमेरिका द्वारा चिनूक हेलिकॉप्टरों को ग्राउंड किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमारे चिनूक नए हैं, जबकि उनके 20-25 साल पुराने हैं। उनके पास अनमॉडिफाइड इंजन हैं जबकि हमारे इंजन मॉडिफाइड हैं। हमारे इंजन में अगर कोई कमी होती तो बोइंग अडवाइजरी देती। जहां तक मिग-21 का सवाल है, हम तो यही चाहते हैं कि जितनी जल्दी हो सके तेजस या फिर उसके बाद आने वाले जहाज जल्द ही भारतीय वायुसेना में शामिल हुए। मिग 21 के कुछ जहाजों की लाइफ़ अभी कुछ साल और बाकी है। आने वाले 3-4 सालों में इसको चेंज करेंगे। हम चाहते हैं कि तेजस समय पर मिग-21 को रिप्लेस करे।’
‘कुछ कमियां हैं जो आने वाले दिनों में हमें खत्म करनी हैं’
चीन की निगरानी के बारे में पूछे जाने पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, ‘यह तो नहीं कहूंगा कि 365 दिन चौबीसो घंटे हम निगरानी कर सकते हैं, कुछ कमियां हैं जिन्हें आने वाले दिनों में हमें खत्म करना है। चीन की निगरानी हम चौबीसों घंटे तो नहीं रख पा रहे हैं लेकिन AWACS सैटलाइट सर्विलांस या बाकी और सिस्टम एक साथ आए तो आने वाले सालों में 365 दिन चौबीसो घंटे हम चीन पर निगरानी कर सकेंगे। भारतीय वायुसेना पूरी तरीके से तैनात है और किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए अलर्ट है।’