Highlights
- 200 करोड़ की लागत से बना केरल का ये रिज़ॉर्ट गिरा दिया जाएगा
- 36 हज़ार स्कावयर फीट में फैला है रिज़ॉर्ट
- सुप्रीम कोर्ट ने साल 2020 में सुनाया था फैसला
नोएडा का ट्विन टावर गिरा तो पूरा देश उसका गवाह बना। सबको समझ आया कि नियमों का पालन अगर ना किया जाए तो इमारत कितनी भी बुलंद क्यों ना हो धूल में मिला दी जाएगी। अब ऐसा ही कुछ केरल के एक 7 स्टार रिज़ॉर्ट के साथ होने वाला है। यह रिज़ॉर्ट 200 करोड़ की लागत से बना है, लेकिन इसे बनाने में कोस्टल रेगुलेशन जोन के उल्लंघन का आरोप है। यह रिज़ॉर्ट केरल के अलाप्पुझा जिले में स्थित है।
36 हज़ार स्कावयर फीट में फैला है रिज़ॉर्ट
केरल के वेम्बनाड झील के बैकवाटर द्वीप स्थित यह रिजॉर्ट 36 हजार स्कावयर फीट में फैला है। दरअसल, केरल सरकार ने कपिका केरला रिजॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड से पोराम्बोकू लैंड क्षेत्र वापस लेने का फैसला किया है। इसी के बाद रिजॉर्ट को ध्वस्त किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। इस रिजॉर्ट को गिराए जाने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने साल 2020 में सुनाया था। वहीं इस रिजॉर्ट के निर्माण की बात करें तो यह 2007 में बनना शुरू हुआ था और 2012 में यह पूरी तरह से बन कर तैयार हो गया था। हालांकि, रिजॉर्ट के तैयार होने के एक साल बाद ही केरल हाईकोर्ट ने इसके डिमोलिशन का आदेश जारी कर दिया था।
प्रशासन कर रहा है डिमोलिशन की तैयारी
आपको याद होगा जब नोएडा में ट्विन टावर गिराया जाने वाला था तो उसके लिए कितनी तैयारियां की गई थीं। इसी तरह से केरल के इस रिजॉर्ट को गिराए जाने से पहले भी तैयारियां तेज कर दी गई हैं। अलाप्पुझा के कलेक्टर कृष्णा थेजा ने कहा कि रिजॉर्ट ग्रुप द्वार अतिक्रमित किए गए क्षेत्र को खाली कराने का काम शुरू हो गया है। वहीं डिमोलिशन को लेकर स्थानीय पंचायत को भी एक योजना सबमिट की जाएगी।