Highlights
- इनके पास कुल संपत्ती 58 लाख है
- अनिल शर्मा मंडी से भाजपा के विधायक हैं
- विधायकों की औसत संपत्ति 8.45 करोड़ हैं
Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। इस चुनाव में सभी पार्टियों के उम्मीदवार अपनी-अपनी किस्मत आजमाने की प्रयास में लग गए हैं। अब चुनाव की बात छिड़ गई है तो आज हम बात कर लेते हैं कि प्रदेश में कितने दागी नेता है और कितनो के खिलाफ मामले चल रहे हैं। आपको बता दें कि चुनावों पर नजर बनाए रखने वाली हिमाचल इलेक्शन और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश की सड़कों हाल बेहाल है। इसके साथ ही साथ बिजली, पानी और बेरोजगारी प्रमुख मुद्दे उभकर सामने आए हैं। इस रिपोर्ट में सबसे हैरान करने वाली बात है कि महंगाई को यहां की जनता ने 7नंबर पर रखा है।
प्रदेश में कितने दागी विधायक?
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में मौजूदा विधायकों संख्या 68 है। इनमें से 28 प्रतिशत दागी विधायक हैं। यानी 19 एमएलए ऐसे हैं जिनके ऊपर आपराधिक मामले चल रहे हैं। वही 8 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। अगर पार्टियों के अनुसार बात की जाए तो बीजेपी के 17 विधायकों के ऊपर आपराधिक मामले का चक्कर में फंसे हुए हैं और 6 विधायकों के खिलाफ गंभीर मामले में शामिल हैं। जिनका केस चल रहा है। अगर इन विधायकों की संपत्ति की बात करें तो 50 विधायक करोड़पति हैं। यानी प्रदेश में 74 फिसदी विधायक करोड़पति हैं। विधायकों की औसत संपत्ति 8.45 करोड़ हैं। पार्टी आधारित संपत्तियों के बारे बताए तो बीजेपी के 47 विधायकों के पास करोड़ो की संपत्ति है। वहीं कांग्रेस के 20 और सीपाआई(एम) के 1 विधायक करोड़पतियों के लिस्ट में शामिल हैं।
सबसे धनी विधायकों की लिस्ट
- बलवीर सिंह वर्मा चौपाल सीट से बीजेपी के विधायक हैं, इनकी संपत्ती 90 करोड़ से अधिक है।
- विक्रमआदित्य सिंह शिमला रुरलर से कांग्रेस के विधायक हैं. इनकी संपत्ती 84 करोड़ रुपये से अधिक है।
- अनिल शर्मा मंडी से भाजपा के विधायक हैं, इनकी संपत्ती 40 करोड़ से अधिक है।
सबसे गरीब विधायक कौन?
हमने आपको तीन सबसे अमीर विधायकों की जानकारी दी लेकिन ये तो बताया ही नहीं कि कौन सबसे गरीब विधायक है। आपको बता दें कि सबसे गरीब विधायकों में इंदौरा से बीजेपी की विधायक रीता धीमान हैं। इनके पास कुल संपत्ती 58 लाख है। रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के साथ मिलकर चुनावी साक्षरता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का सफर 1500 ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। फिलहार 40 प्रतिशत सर्वेक्षेण बाकी है।