Adani in Aap Ki Adalat : जाने-माने उद्योगपति और बिजनेसमैन गौतम अडानी ने 'आप की अदालत' कार्यक्रम में अपनी किडनैपिंग की घटना का भी जिक्र किया। इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए अडानी ने बताया कि हर मुश्किल समय में अडिग होकर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब मुझे किडनैप करने के बाद दूसरे दिन छोड़ा गया था तब भी बिल्कुल नॉर्मल था। उस रात भी मैं अच्छी तरह से सोया था। अडानी ने कहा कि हर किसी के लाइफ में कुछ ऐसा वक्त आता है जिसको भूल जाया जाए तो अच्छा है। मेरा एक स्वभाव है हर परिस्थिति जैसे भी उसे एडॉप्ट कर लो। जो आपके हाथ में नहीं है उसकी चिंता करके लगाता उसको दिमाग में नहीं रखना है।
दरअसल, रजत शर्मा ने गौतम अडानी से बिजनेस और उससे जुड़े रिस्क को लेकर सवाल किया था। इसी सवाल के जवाब की कड़ी में किडनैपिंग की घटना का भी जिक्र हुआ। बिजनेस में रिस्क के सवाल पर गौतम अडानी ने कहा कि कोई भी बिजनेस बिना रिस्क के नहीं होता है। दिल में ऐसा जज्बा होना चाहिए कि बुरे से बुरे वक्त और अच्छे से अच्छे वक्त में भी आपको अपने उद्देश्य के प्रति अडिग रहना चाहिए।
26/11 मुंबई हमले में बाल-बाल बचा
आप की अदालत के नए एपिसोड के पहले गेस्ट अडानी ने 26/11 मुंबई हमले में बाल-बाल बचने की घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किस तरह उस रात वे ताज होटल में अपने दोस्त के साथ डिनर कर रहे थे और उसी वक्त हमला हुआ। उन्होंने बताया कि रात भर वे वहां फंसे रहे और कमांडो ने अगले दिन उन्हें होटल से सुरक्षित बाहर निकाला।
सफलता का फॉर्मूला फिजिक्स केमिस्ट्री में नहीं मिलता
सफलता के फॉर्मूले के बारे में अडानी ने कहा कि 'ये कोई मेथेमेटिक्स, केमिस्ट्री या फिजिक्स का फॉर्मूला नहीं, बिजनेस में एक ही फॉर्मूला होता है- मेहनत, मेहनत और मेहनत। मुझे मेरे परिवार, मेरे सीनियर्स और भगवान की कृपा मुझे मिली है।' गौतम अडानी ने कहा कि 'सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं। नीयत और मेहनत पर भरोसा रखो और उपर वाले पर छोड़ दो, यही फॉर्मूला है।'