गुजरात के मोरबी जिले में बीते दिनों पुल टूटने से बड़ा हदसा हो गया था। इस हादसे के चलते कई परिवार खत्म हो गए। हादसे में मारे गए लोगों के बच्चों के लिए अडानी ग्रुप ने बड़ी सौगात दी है। अडानी फाउंडेशन ने इस हादसे में मारे गए लोगों के 20 बच्चों के लिए 5 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। उन गर्भवती मिहलाओं को भी इसका लाभ दिया जाएगा जिनके पति की मौत इस हादसे में हो गई थी।
हादसे में पति खो चुकी गर्भवती महिलाओं को भी मिलेगा लाभ
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, पुल ढहने से 7 बच्चे अपने माता-पिता दोनों को खोकर अनाथ हो गए और 12 बच्चों ने अपने माता-पिता में से एक को खो दिया है। अडानी फाउंडेशन, मोरबी जिला प्रशासन के साथ मिलकर इन बच्चों के लिए 25-25 लाख रूपए की सहायता राशि स्थापित करने के लिए काम कर रहा है और साथ ही इस त्रासदी में अपने पति को खोने वाली गर्भवती महिलाओं के अजन्मे बच्चों को भी सहायता दी जाएगी।
इस फंड से बच्चों की अच्छी देखभाल होगी: अडानी फाउंडेशन
अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अडानी के अनुसार, "जनहानि की इस दुर्घटना से वो बहुत दुखी हैं। सबसे गंभीर रूप से प्रभावित छोटे बच्चे हैं, जिनमें से कई को अभी तक यह नहीं बताया गया है कि उनके माता या पिता या दोनों कभी घर नहीं लौटेंगे। हम संकट के इस समय में यह सुनिश्चित करते हैं कि इन बच्चों के पास भविष्य में उचित शिक्षा प्राप्त करने और जीवनयापन करने के उचित साधन हों। यही कारण है कि हमने उन्हें आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए फंड स्थापित करने का निर्णय लिया है।"
जिला कलेक्टर को सौंपा प्रतिबद्धता पत्र
अडानी फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक श्री वसंत गढ़वी ने मोरबी के जिला कलेक्टर को मूल राशि के लिए प्रतिबद्धता पत्र सौंपा। सन् 1996 में स्थापित अडानी फाउंडेशन दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक संगठनों में से एक है, जिसके आउटरीच कार्यक्रम पूरे भारत के 2,409 गांवों में 3.7 मिलियन लोगों को कवर करते हैं। यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, कौशल विकास, सतत आजीविका विकास और ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्रित है, और बाल पोषण और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई विशेष परियोजनाओं का समर्थन करता है।
छठ पूजा के दिन हुआ था हादसा
गुजरात के मोरबी में छठ पूजा के मौके पर हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। मोरबी में मच्छू नदी पर 1880 के दशक में बना झूलता पुल 30 अक्टूबर, 2022 की शाम को ढह जाने से कम से कम 135 लोगों की जान चली गई और 180 से ज्यादा लोग घायल हो गए।