बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा सोशल मीडिया पर जमकर लोगों के निशाने पर आ रही हैं। उन्होंने भारतीय सेना को लेकर जो कुछ भी कहा, उससे लोगों में भारी गुस्सा है। इसके साथ ही अभिनेत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। इतना बवाल मचता देख ऋचा चड्ढा को अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, "मेरा ये इरादा कभी नहीं हो सकता, फिर भी विवादों में घसीटे गए मेरे 3 शब्दों ने अगर किसी को दुख पहुंचाया हो, तो मैं माफी मांगती हूं और ये भी कहूंगी कि मेरे शब्दों ने अगर गैर इरादतन भी फौज के मेरे भाईयों के अंदर ये भावना पैदा की हो तो मुझे बहुत दुख होगा।"
उन्होंने आगे लिखा है, "इस फौज में मेरे नानाजी ने अहम भऊमिका निभाई थी। लेफ्टिनेंट कर्नल रहते हुए उन्होंने 1960 में अपने पैर में गोली खाई। मेरे मामाजी एक पैराट्रूपर थे। ये मेरे खून में है। जब एक बेटा इस देश की सुरक्षा करते हुए शहीद होता है या घायल भी होता है, तो मेरे पूरे परिवार पर इसका असर पड़ता है और मैं निजी तौर पर जानती हूं कि कैसा महसूस होता है। ये मेरे लिए भी एक भावुक मसला है।"
ऋचा ने कौन से 3 शब्द कहे थे?
अभिनेत्री ऋचा चड्ढा ने भारतीय सेना के एक अधिकारी के बयान पर टिप्पणी की थी। दरअसल भारतीय सेना के अधिकारी उत्तरी कमांड के कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्वेदी ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जब भी भारत सरकार आदेश देगी, सेना "पीओके" पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है। सैन्य अधिकारी के इसी बयान पर एक बाबा बनारस नाम के ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया। इसे ऋचा चड्ढा ने रीट्वीट करते हुए कहा, "गलवान सेज हाय (गलवान याद करें)।" इसके बाद उन पर आरोप लगा कि वह गलवान घाटी वाली घटना की याद दिलाकर सेना की क्षमता पर सवाल उठा रही हैं।
किसने एफआईआर दर्ज करने की मांग की?
अभिनेत्री के खिलाफ फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने मुंबई में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा, "हमारे सुरक्षा बलों के जवानों ने गलवान घाटी में जो बलिदान दिया था, उसका ऋचा चड्ढा ने जिस तरह मजाक उड़ाया है, उससे देश के काफी लोगों को तकलीफ हुई है। मैंने पुलिस स्टेशन आकर एक पत्र दिया है कि इसके खिलाफ एक FIR दर्ज की जानी चाहिए।" अशोक पंडित ने ये बात मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में कही है।