Aap Ki Adalat: इस समय अगर देश की सबसे बड़ी समस्या की सूची बनाई जाए तो इसमें बढ़ती जनसंख्या सबसे पहले आएगी। देश में जनसंख्या बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से देश के संसाधन सीमित होते जा रहे हैं। आजादी के समय देश की जनसंख्या लगभग 33 करोड़ थी। वहीं अगर 2024 की बात करें तो यह 140 करोड़ के आंकड़े को भी पार कर चुकी है। जनसंख्या के मामले में हमने चीन को भी पछाड़ दिया है। वहीं इस मामले को लेकर साध्वी ऋतंभरा ने इंडिया टीवी के शो आप की अदालत में भी बात की।
आप की अदालत में बढ़ती जनसंख्या पर बात करते हुए साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि आज देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून की बेहद आवश्यकता है। साध्वी ने मांग की कि अगर केंद्र जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) में संतुलन लाना चाहता है तो उसे सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहिए और समान नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए, अन्यथा प्रत्येक हिंदू को चार संतान पैदा करने का अधिकार दिया जाना चाहिए।
देश में लाया जाए जनसंख्या कानून- साध्वी ऋतंभरा
यह पूछे जाने पर कि आपने अभी कुछ समय पहले बयान दिया था कि एक-एक हिंदू को चार बच्चे पैदा करने चाहिए तो क्या ऐसा बयान देना ठीक है? इसके जवाब में साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि यह बिल्कुल ठीक है। अगर जब तक समान नागरिक संहिता लागू नहीं हो जाती। अगर जनसंख्या का असंतुलन इस देश में होता गया तो क्या होने वाला है? और हम वह भारतीय हैं जो 35 साल से पहले ब्याह नहीं करते और आठ साल बालकों को जन्म नहीं देते तो फिर हमारी परंपरा का संवाहक कौन करेगा? मेरे उस बयान को आधा बताया गया। मैंने पहले कहा था जनसंख्या पर कानून लाओ और अगर नहीं लाते हो तो फिर हिंदू भी 4 बच्चों को जन्म दें।
जनसंख्या असंतुलन का नुकसान कश्मीर ने देखा- साध्वी
वहीं जब रजत शर्मा ने जब साध्वी से सवाल पूछा कि यह बात तो मुस्लिम विरोधी है। आपको लगता है कि मुसलमानों में ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं तो हिंदुओं को भी ऐसा करना चाहिए? इस पर साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि निश्चित रूप से जनसंख्या का संतुलन होगा। क्या हुआ था कश्मीर में? कितना अपमानित होकर हमें निकलना पड़ा। अपने इतने घरों को, इतने व्यापारों को छोड़कर वहां के लोग भटक रहे हैं। आज भी कहां-कहां लोग भटके हुए हैं? लोग निराश्रित होकर भटक रहे हैं। आश्रय जहां लिया वहां भी सांप बिच्छुओं से वह डंसे गए। किस कारण हुआ? इसी कारण तो हुआ। इसलिए इस सत्य को नकारा नहीं जा सकता। और दूसरी बात यह है कि हम अपनी परंपरा के संवाहकों को क्यों नहीं जन्म देंगे? या तो फिर इस देश में समान आचार संहिता लागू हो और जनसंख्या पर कानून बने, नहीं तो फिर यह होना चाहिए। यह मैंने कहा था।
समान नागरिक संहिता जल्द ही लागू- साध्वी ऋतंभरा
साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि केंद्र सरकार अब जल्द ही समान नागरिक संहिता लागू करेगी। उन्होंने कहा कि हम तो यह आशा करते हैं इस देश से मंदिरों को मुक्त करो। इस देश के अंदर परंपराएं आपके माध्यम से मुक्त हों। इस राष्ट्र के अंदर कोई भी भय किसी तरह का रह ना जाए, जाति धर्म को देखकर व्यवहार ना हो, सबके साथ एक जैसा व्यवहार हो, समान आचार संहिता लागू हो और अभी नहीं करोगे तो 2024 में तो हम आपको दोबारा प्रधानमंत्री बनाएंगे तब फिर बाकी अधूरे काम कर दीजिएगा।