इंडिया टीवी के सुपरहिट शो 'आप की अदालत' में इस बार कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने शिरकत की। इस दौरान जब रजत शर्मा ने सचिन पायलट को यह याद दिलाया कि राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार उन्हें "देशद्रोही" बताया था और केस भी दायर किया था। इसपर सचिन पायलट ने रजत शर्मा को जवाब दिया, "मुझे लगता है कि आपको एक अलग अदालत बनानी पड़ेगी। उनको बुला के उनसे पूछना पड़ेगा। उन्होंने क्या कहा, क्या नहीं कहा।"
"ऐसे तो कोई बेवफा नहीं होता...."
अशोक गहलोत द्वारा उनके खिलाफ 'राजद्रोह' का केस दायर करने वाली बात पर सचिन पायलट ने आगे कहा कि लेकिन यह राजद्रोह का मुकदमा, यह सब कार्यवाही और जो घटनाक्रम हुआ, उसका कुछ तो कारण होगा? ऐसे तो कोई बेवफा नहीं होता। कहीं कुछ तो बात हुई होगी ना? तो यह सारे प्रकरण सामने आए इसलिए हम सब लोग, हमारे साथी दिल्ली आए थे। हमने अपनी बात रखी और लंबी चर्चा हुई थी। आज स्वर्गीय अहमद पटेल जी नहीं रहे। सबसे चर्चा कर कर हमने समाधान निकालने की कोशिश की थी, तब आगे बढ़े थे।
सीट शेयरिंग के सवाल पर क्या बोले पायलट?
वहीं इस दौरान जब सचिन पायलट से रजत शर्मा ने इंडी गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर सवाल किया तो कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने कहा है कि उन्हें अब भी पूरी उम्मीद है कि सीटों के बंटवारे को 'बहुत जल्द' अंतिम रूप दे दिया जाएगा। सचिन पायलट से जब यह पूछा गया कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो पायलट ने जवाब दिया कि जहां तक सीट शेयरिंग की बात है तो हर क्षेत्रीय पार्टी का महत्व है।
सचिन पायलट ने आगे कहा कि चाहे वह बंगाल हो, महाराष्ट्र, बिहार या पंजाब हो, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर अगर भाजपा को कोई चुनौती दे सकता है तो वह नेशनल कांग्रेस पार्टी है। हम सब समझते हैं कि हमको कुछ ना कुछ करना पड़ेगा। सीट शेयरिंग के लिए हम तैयार हैं क्योंकि जम्हूरियत के लिए, लोकतंत्र के लिए यह चुनाव जीतना जरूरी है। एक मजबूत विपक्ष ही लोकतंत्र को चला सकता है। इसलिए 'इंडिया' का जो हमारा गठबंधन हुआ है वह मुद्दों को लेकर हुआ है और बहुत जल्द सारे मामलों को सुलझा करके हम लोग सीट शेयरिंग कर लेंगे।
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