![CM Bhagwant Mann in Aap Ki Adalat](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
Aap Ki Adalat: इंडिया टीवी के मशहूर शो 'आप की अदालत' में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पहुंचे। इस दौरान भगवंत मान ने इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के तीखे सवालों का जवाब दिया। इस दौरान एक प्रश्न के जवाब में पंजाब के सीएम ने कहा कि मैंने पार्लियामेंट में बोल दिया कि शीशे के सामने खड़ा होकर मैं ये कहता हूं कि मान साब आपने कमाल कर दिया। इज्जत पाने के लिए सबसे पहले खुद की इज्जत करनी पड़ती है। नवजोत सिंह सिद्धू के एक बयान का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं भगत सिंह के पैर के धूल के बराबर नहीं हूं। उनके पास एक ही शेर है, जो वो कभी मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के लिए कहते हैं। मैं उनका क्रिकेट में फैन हूं, जब वो श्रीकांत के साथ ओपनर आते थे तब से नवजोत सिंह सिद्धू का फैन हूं।
नवजोत सिंह सिद्धू को सीएम मान ने दिया करारा जवाब
मैं अरविंद केजरीवाल के पास गया था ये लेकर कि नवजोत सिंह सिद्धू अगर आम आदमी पार्टी में आना चाहते हैं और मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो उन्हें बना दीजिएगा। मेरा मकसद पंजाब को ड्रग्स मुक्त और ब्रेन ड्रेन से पंजाब को बचाना है। नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा भगवंत मान की दूसरी शादी पर बयान को लेकर उन्होंने कहा कि "उनकी मां की भी दूसरी थी"। जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं वो दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं मारते हैं। जब इनके पास कुछ कहने को नहीं तो ऐसे मुद्दों पर बात करते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी आप सिस्टम को बदलने की बात करते हैं तो उस सिस्टम के लाभपात्री आपका अपमान करेंगे ताकि बदलाव लाने वाला शख्स वहीं खत्म हो जाए।
नरेंद्र मोदी पर किया कटाक्ष
सीएम भगवंत मान ने कहा कि अन्ना हजारे ने कहा था कि राजनीति में तारीफ नहीं मिलेगी। अपमान को पीना सीखना होगा। पीएम मोदी के न की बात कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि आप दूसरे की मन की बात तो सुनों। उन्होंने कहा कि नेताओं के लिए बिजली, टोल, टैक्स फ्री है तो जनता को यह फ्री क्यों नहीं मिलता। फ्री की रेवड़ी वाले विवाद पर उन्होंने कहा कि 300 यूनिट बिजली, फ्री इलाज, फ्री में बस सेवा इन्हें फ्री की रेवड़ी लगती है, तो हर अकाउंट में 15 लाख का पापड़ किसने दिया था। उन्होंने कहा कि जनता के वोट से ही सरकार बनती है तो जनता को यह सब फ्री क्यों न दिया जाए।