नई दिल्ली: इंडिया टीवी के लोकप्रिय शो आप की अदालत में कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवालों के खुलकर जवाब दिए। दर्शकों में से किसी ने पूछा कि दिग्विजय सिंह कहते हैं कि भगवा आतंकवाद है? इस पर आप क्या मानते हैं? वो ये भी कहते हैं कि हिंदू और आरएसएस आतंकवाद फैलाते हैं और इल्जाम मुसलमानों पर लगाते हैं। इस बारे में आप क्या कहना चाहते हैं?
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दिया ये जवाब
सवाल के जवाब में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'भगवा हमारे शौर्य का रंग है। भगवा हमारी संस्कृति का रंग है। भगवा हमारी सभ्यता का रंग है। भगवा हमारे सनातन का रंग है। भगवा कभी आतंकवादी नहीं हो सकता।'
आचार्य ने कहा, 'जहां तक सवाल दिग्विजय सिंह का है, उनका अपना विचार है। लेकिन मेरा अपना विचार था, है और रहेगा। वो विचार ये है कि सनातन और भारत को अलग नहीं किया जा सकता है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जिस समय रावण की नाभि पर अग्निवाण चलाते हैं और उस अहंकार की लंका को ध्वस्त कर देते हैं, तब सनातन जागृत होता है।'
आचार्य ने कहा, 'भगवान कृष्ण कुरुक्षेत्र के मैदान में जब शंखनाद करते हैं और धर्म की स्थापना और अधर्म का नाश करने के लिए उद्घोष करते हैं, तब सनातन जागृत होता है। छत्रपति शिवाजी महाराज जब पूरे जीवन का संघर्ष स्वीकार करते हैं, लेकिन औरंगजेब के सामने सिर झुकाना स्वीकार नहीं करते, तब सनातन जागृत होता है।'
आचार्य ने कहा, 'महाराणा प्रताप घास की रोटी खाना स्वीकार करते हैं लेकिन अकबर के सामने सजदा नहीं करते, तब सनातन जागृत होता है। गुरु गोविंद सिंह के बच्चों को दीवार में चुनवा दिया जाता है, पूरे जीवन का सर्वोच्च न्योछावर हो जाता है लेकिन सनातन से समझौता नहीं करते, तब सनातन जागृत होता है। जब भगवा संन्यासी विवेकानंद शिकागो की धरती पर विश्व बंधुत्व का उद्घोष करता है तब सनातन जागृत होता है। एक गरीब घर में पैदा हुआ व्यक्ति, चाय वाले के घर में पैदा हुआ व्यक्ति भारत के पीएम के रूप में 500 सालों के संघर्ष को खत्म करके जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करता है, तब सनातन जागृत होता है।'
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'जिस दिन सनातन आतंकवाद को सपोर्ट करने लगेगा, उस दिन न मुल्जिम बचेगा, न मुंसिब बचेगा, न अदालत बचेंगी। दिग्विजय सिंह का बयान गलत है।'