इंडिया टीवी पर प्रसारित होने वाले सुपरहिट टीवी शो 'आप की अदालत' में इस बार तेलंगाना के मुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी ने शिरकत की है। इस दौरान रेवंत रेड्डी ने रजत शर्मा के सवालों का खुलकर जवाब दिया। रेवंत रेड्डी ने 'आप की अदालत' में बीआरएस पर एक बड़ा आरोप भी लगाया। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख, पूर्व सीएम के.चंद्रशेखर राव पर जोरदार हमला करते हुए रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस ने बीजेपी को कम से कम 5 लोकसभा सीटों पर जीत दिलाने के लिए ‘सुपारी’ ली है।
इन 5 सीटों पर 'सुपारी' लेने का लगाया आरोप
'आप की अदालत' में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि ‘महबूबनगर, चेवेल्ला, जहीराबाद, भोंगिर और मल्काजगिरी’ की सीटों पर BRS के लोगों ने BJP के लिए काम करने की ‘सुपारी ली है।’ दरअसल, रेड्डी बीआरएस नेता के.टी. रामा राव के इस आरोप का जवाब दे रहे थे कि मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। रेवंत रेड्डी ने कहा, ‘अगर मैं सत्ता का भूखा होता तो 2014 में उन्हीं की पार्टी (BRS) में शामिल हो जाता। या मैं 2017 में बीजेपी को जॉइन कर सकता था। मैंने खुद कड़ी मेहनत की, अपने नाम पर चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर मैं मुख्यमंत्री बन गया। मैं किसी की दया या पिता या दादा के नाम पर सीएम नहीं बना। मैं मेहनत करके मुख्यमंत्री बना।’
"बाप के नाम के बिना चपरासी भी नहीं बन पाएंगे KTR"
तेलंगाना के सीएम रेड्डी ने आगे कहा, ‘केटीआर को इससे क्या लेना-देना है। उन्हें तो मैनेजमेंट कोटा से, अपने बाप के नाम पर नौकरी मिली है। वह अपने बाप के नाम के बिना चपरासी भी नहीं बन पाएंगे।’ वहीं इस दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को ‘अवैध’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘पूरे देश की जनता देख रही है कि क्या हुआ। (दिल्ली शराब) केस 2 साल से चल रहा है। चुनाव के समय उन्हें गिरफ्तार किया गया क्योंकि भाजपा को चुनाव हारने का डर था। अगर उन्हें 2 महीने बाद गिरफ्तार किया जाता तो क्या फर्क पड़ता? इलेक्शन शेड्यूल घोषित होने के बाद दो मौजूदा मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अगर केस में सबूत हैं तो ED दो साल तक चुप क्यों रही?