Aap Ki Adalat: इंडिया टीवी के चर्चित शो 'आप की अदालत' में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे। इस दौरान उनका सामना हुआ India Tv के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के तीखे सवाल से। इन सवालों का पुष्कर सिंह धामी ने एक-एक कर बखूबी जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने अपने शुरुआती जीवन से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक के सफर पर बात की। उन्होंने बचपन के कुछ किस्सों को भी साझा किया और बताया कि लखनऊ वो क्या करने गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि वो बचपन में फौजी बनना चाहते थे। लेकिन घर में इकलौते बेटे होने के कारण वो फौज में नहीं जा सके, लेकिन फौज का अनुशासन उनके साथ है।
पीएम मोदी से कैसी थी पुष्कर सिंह धामी की पहली मुलाकात
इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी से पहली मुलाकात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ मुलाकात के लिए मुझे फोन आया। मुझे कहा गया कि आपको पीएम मोदी से मिलना है और 15 मिनट का समय तय किया गया है। जब मैं वहां पहुंचा तो एक दरवाजा खुला और सामने पीएम मोदी खड़े थे। वो कोरोना काल का समय था। इस दौरान मैंने प्रधानमंत्री को बुके भेंट किया। इसके बाद मास्क उतारने की आवाज आई। फिर पीएम मोदी ने अपने मास्क को उतारा और मैं और वो आसपास की कुर्सी पर बैठ गए। इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी कम बोल रहे थे और मैं ज्यादा बोल रहा था। इस दौरान पीएम मोदी ने मेरे परिवार का हाल-चाल जाना। उस वक्त मुझे ये एहसास ही नहीं हुआ कि मैं विश्व के सबसे बड़े नेता के साथ बैठा हूं।
पीएम मोदी से मुलाकात का बढ़ गया समय
उन्होंने कहा कि मुझे 15 मिनट का टाइम मिला था, लेकिन वह 15 मिनट कब डेढ़ घंटे का हो गया मुझे पता ही नहीं चला। मुझे उस दिन टाइम मैनेजमेंट समझ में आया। मुझे समझ में आया इतने व्यस्त होने के बावजूद, इतना काम होने के बावजूद वो हमारे जैसे सामान्य लोगों को कितना प्रोत्साहित करते हैं। इस मीटिंग में डेढ़ घंटे बीत जाने के बाद भी उन्हें जल्दी नहीं थी। हम सब के लिए ये टाइम मैनेजमेंट सीखने की बात है। पीएम मोदी की बैठक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी उनसे मेरी मुलाकात होती है। वो अक्सर केदारनाथ धाम के बारे में पूछते हैं। वो केदारनाथ में और उत्तराखंड में हो रहे विकासकार्यों का लगातार जायजा लेते हैं।