इंडिया टीवी के मशहूर शो आप की अदालत में इस बार हमारे मेहमान बने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह। इस दौरान इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा में अलग-अलग मुद्दों पर गिरिराज सिंह से सवाल किया। इन सवालों का गिरिराज सिंह ने बेबाकी से जवाब दिया। इस दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत हिंदुओं का है। उन्होंने कहा, 'मैं यहां डंके की चोट पर कहता हूं। 1947 में बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ। आप कहिए, हां या ना। जब धर्म के आधार पर बंटवारा हुआ तो पंडित नेहरू अगर सारे मुसलमानों को (पाकिस्तान) भेज दिए होते, तो आज ना वक्फ बोर्ड का जन्म होता, ना औवैसी का जन्म होता, ना बुरहान वानी का जन्म होता।
गिरिराज सिंह बोले- हिंदू ने कभी ताजिये पर नहीं फेंका पत्थर
उन्होंने कहा कि लेबनान में नसरुल्लाह (हिज्बुल्ला चीफ) मरता है, पेट में दर्द होता है, दिल्ली, मुम्बई में भाइयों को। तुम अपना संबंध जोड़ोगे नसरुल्लाह से, तो हमें तो तकलीफ होगी। लोग खाते हैं यहां, गाएंगे दूसरी जगह का। ये तो नहीं चलेगा, नहीं चलेगा।' इसके बाद रजत शर्मा ने सवाल किया कि "आपकी बातों के जवाब में मौलाना अरशद मदनी जैसे लोग कहते हैं कि देखिए 20 करोड़ मुसलमान हैं, इनको कोई घर वापसी नहीं करा सकता अगर कोई ऐसी बात करता है तो जाहिल है?" इसपर गिरिराज सिंह ने कहा कि देश का कोई मुसलमान मुझे ये बता दे कि देश के किसी गांव में किसी हिंदू ने उनके ताजिया पर एक पत्थर फेंका हो। हमने तो नहीं फेंका।
गिरिराज सिंह बोले- जब आबादी कम होती है तो काका-चाचा बोलते हैं
उन्होंने कहा, "जब उनकी आबादी 5 परसेंट होती है, तो काका या चाचा कहते हैं। 10 परसेंट होती है तो बांहें चढ़ा लेते हैं। 15 परसेंट रहती है तो लव जिहाद करते हैं। ये हमारी रामनवमी, हनुमान जयंती यात्रा, कांवड़ यात्रा को गलियों से जाने नहीं दें तो मेरे मन में तकलीफ तो होगी ही कि 1947 में ही चला गया होता। ये गली कम से कम किसी हिंदू या मुसलमान के बीच खाई नहीं बनती। आज केरल में गजवा ए हिंद के लिए देखिए क्या हो रहा है। पूरे देश में लव जिहाद एक योजना के तहत चल रहा है। ऐसे में हम क्यों नहीं कहेंगे कि 1947 में सारे लोगों को पाकिस्तान भेज दिया होता तो आज हमारे देश में ये बातें नहीं होती।"
https://www.facebook.com/indiatvnews/videos/3716499375256230