Highlights
- 11 हाई रिस्क वाले देशों से आई फ्लाइट्स में मिले 6 करोना पॉजिटिव
- 15 दिसंबर से शुरू होने वाली इंटरनेशनल प्लाइट को सरकार ने रोका
- सऊदी अरब में 'ओमिक्रॉन' का मरीज मिलने से बढ़ी चिंता
नई दिल्ली: दुनिया भर में तेजी से फैल रहे कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन पर भारत में भी अलर्ट लेवल बढ़ा दिया गया है। जिस तरह बुधवार को विदेश से आए 6 यात्री एयरपोर्ट पर टेस्टिंग के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाए गए, इसके बाद से चिंताएं बढ़ गई है। ये सभी यात्रा ओमिक्रॉन से जुड़े हाई रिस्क वाले 11 देशों से भारत लौटे थे। अच्छी बात ये है कि RTPCR टेस्ट में किसी को ओमिक्रॉन होने की पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी एहतियात के लिए इन सभी 6 यात्रियों के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। खतरे को देखते हुए सरकार ने 15 दिसंबर से शुरू की जाने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट्स अगले आदेश तक के लिए रोक दी गई हैं। खतरा इसलिए भी बढ़ गया है, क्योंकि ओमिक्रोन भारत के बिलकुल करीब पहुंच चुका है। बुधवार को सऊदी अरब और अमेरिका में भी ओमिक्रॉन के एक-एक मरीज के मिलने की पुष्टि हो चुकी है।
सऊदी अरब में ओमिक्रॉन का मरीज मिलने के बाद भारत के लिए चिंताएं बढ़ गई है, क्योंकि ये वो देश है, जहां से भारत में सबसे आवाजाही होती है। लिहाजा एहतियात के तौर पर देश के सभी एयरपोर्ट्स पर चौकसी बढ़ा दी गई. आप देख सकते हैं तस्वीरों मुंबई दिल्ली से लेकर चेन्नई तक देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स तक किस तरह टेस्टिंग से लेकर लोगों को अलर्ट करने वाले पोस्टर तक सभी कुछ वापस दूसरी लहर की तरह बढ़ा दिए गए हैं। एयरपोर्ट्स के साथ मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर कोविड प्रोटोकॉल फिर से सख्त कर दिया गया है। ये पूरा अलर्ट बुधवार को विदेश से लौटे 6 यात्रियों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद बढ़ाया गया है।
देश में ओमिक्रॉन पर फ्लाइट अलर्ट
बुधवार को करीब 3400 पैसेंजर्स विदेश से लौटे थे। ये सभी लोग उन देशों से लौटे थे, जहां ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या बढ़ रही थी इसमें से सिर्फ 6 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनके सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना की दूसरी लहर के बाद से बंद इंटरनेशनल फ्लाइट अब 15 दिसंबर के बाद भी नहीं शुरू करने का फैसला किया गया है लेकिन विदेशों से जो फ्लाइट्स आएंगी, उन पर पाबंदी लगाने का कोई फैसला नहीं हुआ है, सिर्फ उन देशों से लौट रहे यात्रियों पर नजर रखी जाएगी, जहां ओमिक्रॉन फैल रहा है। यहां लौटने पर एयरपोर्ट पर ही सबका टेस्ट होगा और पॉजिटिव पाए जाने के बाद तुरंत क्वारंटीन किया जाएगा।
बुस्टर डोज रोकेगा ओमिक्रॉन?
ओमिक्रॉन को लेकर एक सवाल सबके जेहन में है कि क्या इसके संक्रमण को रोकने में हमारी मौजूदा वैक्सीन कारगर होगी? इस पर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने सरकार को कोरोना की बुस्टर डोज जल्द शुरू करने की सलाह दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के पास आवेदन देकर कहा है, जैस ब्रिटेन समेत दूसरे देशों में बूस्टर डोज शुरू करने की अनुमति दी है, तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए भारत में भी इसकी मंजूरी जल्द दी जाए।
सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा कि ब्रिटेन में एस्ट्राजेनेका की बूस्टर डोज को पहले ही मंजूरी दे दी है। भारत में भी काफी आबादी कोविशील्ड वैक्सीन के दोनों टीके लगवा चुकी है। ऐसे लोग लगातार बूस्टर डोज के लिए अनुरोध कर रहे हैं। सीरम ने दावा किया कि देश में कोविशील्ड की वैक्सीन की कोई कमी नहीं है ऐसे में दोनों डोज लगवा चुके लोगों को कोरोना के नए वेरिएंट का खतरा देखते हुए बूस्टर डोज जल्द से जल्द दी जानी चाहिए।