उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक शख्स को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के स्टॉल से पांच करोड़ साल पुराना जीवाश्म चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, राजधानी दिल्ली में भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2024 में GSI ने भी स्टॉल लगाया था। यहां भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के स्टॉल पर पांच करोड़ साल पुराना 'गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म' भी रखा था जो कि चोरी हो गया। इसके बाद पुलिस ने जांच कर के आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया।
जानें चोरी के जीवाश्म के बारे में
पुलिस के मुताबिक, 21 नवंबर को मंत्रालय के 'माइंस पैवेलियन' के हॉल नंबर चार में जीवाश्म के चोरी की घटना हुई थी। चोरी हुआ ‘गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म’ एक प्राचीन घोंघा का संरक्षित अवशेष है। जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की स्थापना 1851 में खनन मंत्रालय के तहत भारत सरकार के संगठन के रूप में की गई थी। ये संगठन भारत के अध्ययन और सरकार, उद्योग व आम जनता के लिए पृथ्वी के विज्ञान की बुनियादी जानकारी का प्रमुख प्रदाता भी है।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को इस घटना के बारे में जानकारी दी है। पुलिस ने एक बयान में बताया है कि 5 करोड़ साल पुराने जीवाश्म चोरी करने की आरोपी की पहचान के लिए घटनास्थल और आसपास के स्टॉल, मंडप और हॉल के 100 से भी ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए थे। इसके बाद आरोपी की पहचान की गई और फिर सूचना के सहारे पुलिस की टीम ने छापेमारी कर के नोएडा के सेक्टर 22 में आरोपी को अरेस्ट किया। आरोपी की पहचान 49 वर्षीय मनोज कुमार मिश्रा के तौर पर हुई है।
आरोपी के पास से जीवाश्म बरामद
पुलिस ने जब पूछताछ की तो आरोपी मनोज कुमार मिश्रा ने चोरी की बात कबूल कर ली। पुलिस ने आरोपी के पास से चोरी किया गया गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म बरामद भी कर लिया है। आरोपी नोएडा के एक फाइव स्टार होटल का कर्मचारी है। आरोपी विभिन्न कला रूपों में गहरी रुचि रखता है और इसी कारण मेले में आता रहता है। (इनपुट: भाषा)
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