Highlights
- फिलहाल भारतीय नागरिकता के लिए 10,635 आवेदन लंबित
- पांच सालों में 6 लाख से ज्यादा लोगों ने त्याग दी भारतीय नागरिकता
- विदेशों नें रह रहे 1 करोड़ 33 लाख 83 हजार 718 भारतीय नागरिक
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में बताया कि वर्ष 2016 से 2020 के दौरान कुल 4177 लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है जबकि नागरिकता के लिए 10,635 आवेदन फिलहाल लंबित हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। वर्ष 2016 से 2020 के दौरान भारतीय नागरिकता प्रदान किए जाने वाले लोगों का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2016 में 1106, 2017 में 817, 2018 में 628, 2019 में 987 और 2020 में 639 व्यक्तियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है। इस अवधि में अब तक 4177 लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है।’’
वर्ष 2021 के कितने लोगों को भारतीय नागरिकता दी गई, इसका केंद्रीय मंत्री ने कोई ब्योरा नहीं दिया। भारतीय नागरिकता संबंधी लंबित आवेदनों के बारे में पूछे जाने पर राय ने कहा कि 14 दिसंबर, 2021 की स्थिति के अनुसार कुल 10, 635 आवेदन अभी लंबित हैं। उनके मुताबिक सबसे अधिक 7306 आवेदन पाकिस्तान के लंबित हैं। इसके बाद अफगानिस्तान के 1152 आवेदन लंबित है। 428 आवेदन ऐसे लोगों के हैं जो राज्यविहिन हैं।
एक अन्य सवाल के जवाब में राय ने कहा कि वर्ष 2018 से 2021 के दौरान पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से हिंदू, सिख, जैन और ईसाई अल्पसंख्यक समूहों से नागरिकता हेतु कुल 8244 आवेदन प्राप्त हुए और इनमें से 3117 व्यक्तियों को भारत में नागरिकता प्रदान की गई है।
वहीं, आपको बता दें कि बीते पांच सालों में 6 लाख से ज्यादा लोगों ने भारतीय नागरिकता त्याग दी है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने लोकसभा को बताया कि विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार 1 करोड़ 33 लाख 83 हजार 718 भारतीय नागरिक विदेशों में रह रहे हैं। एक सवाल के लिखित उत्तर में मंत्री राय ने कहा कि वर्ष 2017 में 1,33,049 लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी। इसी तरह वर्ष 2018 में 1,34,561 ने, वर्ष 2019 में 1,44,017 ने, वर्ष 2020 में 85,248 ने और 30 सितंबर 2021 तक 1,11,287 ने देश की नागरिकता छोड़ी।
(इनपुट- भाषा)