इंफाल: पिछले कुछ महीनों से लगातार हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर में एक अधिकारी की हत्या के आरोप में 2 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस द्वारा मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, सूबे के तेंगनोउपल जिले के मोरेह में एक SDPOकी हत्या में कथित रूप से शामिल 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से हथियार एवं गोला-बारूद बरामद किए हैं। पुलिस ने एक बयान में बताया कि विशेष कमांडो टीम ने सोमवार शाम सीमावर्ती शहर से दोनों को पकड़ा।
‘दोनों आरोपियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों पर की थी गोलीबारी’
पुलिस ने कहा, ‘मोरेह कॉलेज के पास गश्त के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने दो संदिग्धों को देखा, जिन्होंने सुरक्षाकर्मियों के वाहनों पर गोलीबारी शुरू की और घनी आबादी वाले इलाके की ओर भाग गये। सुरक्षाबलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और मोरेह कॉलेज के पास के इलाके को घेर लिया।’ बयान में बताया गया है कि दोनों आरोपियों को आखिरकार पकड़ लिया गया। इसमें बताया गया कि उनके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद कुछ महिलाओं ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर मोरेह पुलिस थाने के सामने प्रदर्शन किया।
‘दोनों आरोपी SDPO चिंगथम आनंद की हत्या के संदिग्धों में हैं शामिल’
बयान के मुताबिक, दोनों गिरफ्तार व्यक्ति पिछले साल अक्टूबर में हुई मोरेह के SDPO चिंगथम आनंद की हत्या के मामले के ‘मुख्य संदिग्धों में शामिल’ हैं। आनंद की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब उनके नेतृत्व में एक पुलिस दल कुकी-जो समुदाय के प्रभुत्व वाले सीमावर्ती शहर के ‘ईस्टर्न ग्राउंड’ में नवनिर्मित हेलीपैड का निरीक्षण कर रहा था। अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद 3 मई को मणिपुर में हुई जातीय झड़पों में 180 से अधिक लोगों की जान चली गई। (भाषा)