जम्मू: अमरनाथ मंदिर के लिए 7800 से अधिक तीर्थयात्रियों का 10वां जत्था बुधवार को जम्मू के बेस कैंप से रवाना हुआ। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ मंदिर के लिए रवाना किया गया है। बता दें कि रामबन में जम्मू-श्रीनगर हाइवे के एक हिस्से के बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण जम्मू आधार शिविर से तीन दिन तक यात्रा निलंबित रहने के बाद मंगलवार दोपहर फिर शुरू हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि एक जुलाई से अब तक कुल 1,37,353 तीर्थयात्री दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में स्थित अमरनाथ मंदिर के दर्शन कर चुके हैं।
31 अगस्त तक चलेगी अमरनाथ यात्रा
हिमालयी क्षेत्र में स्थित 3888 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 62 दिन चलने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू हुई थी और यह 31 अगस्त तक चलेगी। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार तड़के सवा 3 बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 339 वाहनों के काफिले में 7805 तीर्थयात्री जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि 4,677 तीर्थयात्री 207 वाहनों से पहलगाम के लिए जबकि 3,128 तीर्थयात्रियों को लेकर 132 वाहनों का काफिला बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ। उन्होंने बताया कि 30 जून से अब तक जम्मू आधार शिविर से 56,303 तीर्थयात्री घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं।
देश के कई हिस्सों में बारिश से तबाही
असम की सुनीता देवी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘हमें खुशी है कि हमारी प्रार्थनाएं भगवान शिव ने सुनीं, और अपने दर पर हमें बुलाया।’ सुनीता जम्मू में पिछले सात दिनों से फंसे 23 लोगों के एक समूह का हिस्सा थीं। शनिवार और रविवार को हुई लगातार बारिश से हाइवे को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा था। खासकर रामबन जिले में पड़ने वाला हिस्सा बेहद बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश समेत देश के कई इलाकों में भारी बरसात की वजह से नदियां उफान पर हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा है।