नयी दिल्ली: केंद्र सरकार और जायडस कैडिला के बीच कोविड-19 वैक्सीन जायकोव-डी की कीमत को लेकर बातचीत चल रही है, जिसे 12 साल से ऊपर के लोगों को दिया जा सकता है। दवा कंपनी ने जायकोव-डी की तीन खुराकें 19,00 रुपये में देने की पेशकश की है। हालांकि, सरकार कीमतों को कम करने के लिए मोलतोल कर रही है और इस पर अंतिम फैसला इसी सप्ताह किए जाने की संभावना है।
सरकार ने गुरुवार को कहा था कि जायडस कैडिला द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित दुनिया की पहली डीएनए-आधारित सुई-रहित कोविड-19 वैक्सीन का इस्तेमाल जल्द ही शुरू किया जाएगा। एक सूत्र ने बताया, ‘‘कंपनी ने अपनी तीन खुराकों के लिए करों सहित 1,900 रुपये की कीमत का प्रस्ताव किया है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘बातचीत जारी है। कंपनी को टीके की लागत के बारे में सभी पहलुओं पर फिर से विचार करने के लिए कहा गया है। वैक्सीन की कीमत पर अंतिम फैसला इसी सप्ताह किए जाने की संभावना है।’’
एक अन्य सूत्र ने कहा कि जायकोव-डी की कीमत कोवैक्सीन और कोविशील्ड की तुलना में अलग होनी चाहिए, क्योंकि तीन खुराक वाली वैक्सीन होने के अलावा इसके लिए एक सुई रहित जेट इंजेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी कीमत 30,000 रुपये है। एक जेट इंजेक्टर का उपयोग लगभग 20,000 खुराक देने के लिए किया जा सकता है।
इस वैक्सीन की दूसरी और तीसरी खुराक, पहली खुराक के 28 और 56 दिन बाद दी जानी है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र और कंपनी के बीच अब तक करीब तीन दौर की बैठक हो चुकी है और आखिरी गुरुवार को हुई।
बच्चों के लिए कोविड टीके को लेकर जायडस कैडिला से बातचीत के सकारात्मक परिणाम की सरकार को उम्मीद
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ बैठक के बाद रविवार को कहा कि बच्चों के लिए अपने कोविड-19 रोधी टीके के लिए जायडस कैडिला के साथ वर्तमान में चल रही चर्चा के अंतिम दौर से केंद्र को सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है। केंद्रीय मंत्री के साथ नाश्ते की बैठक में बच्चों के टीकाकरण और राज्य की अन्य पहलों पर चर्चा करने वाले सुधाकर ने कहा कि भारत बायोटेक द्वारा विकसित नाक से दिए जाने वाले टीके का दूसरा नैदानिक परीक्षण पूरा हो चुका है और तीसरा परीक्षण नवंबर-दिसंबर तक होने की उम्मीद है।
इस बैठक के दौरान भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला भी मौजूद थे। सुधाकर ने बैठक में मांडविया से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कर्नाटक में 250 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) का उन्नयन करने के लिए केंद्र के समर्थन का आग्रह किया। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, सुधाकर ने कहा, “बच्चों के टीकाकरण के बारे में मेरी केंद्रीय मंत्री के साथ लंबी चर्चा हुई।
उन्होंने (मांडविया ने) बताया कि सरकार जायडस के साथ उसकी बच्चों के लिये कोविड-19 टीके के संबंध में अंतिम दौर की चर्चा कर रही है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने भारत बायोटेक के प्रमुख से नाक से दिए जा सकने वाले टीके की स्थिति के बारे में भी चर्चा की। सुधाकर ने कहा, “यह बताया गया कि इस टीके का दूसरा नैदानिक परीक्षण पूरा हो चुका है और तीसरा नैदानिक परीक्षण नवंबर-दिसंबर के अंत तक समाप्त हो जाएगा।” एला ने कहा कि कंपनी के पास एक महीने में टीके की 20 करोड़ खुराक बनाने की क्षमता है। सुधाकर ने कहा कि मांडविया का 9-10 अक्टूबर को कर्नाटक का दौरा करने का कार्यक्रम है और उनके कुछ कार्यक्रमों में भाग लेने की संभावना है।