नई दिल्ली: रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शनिवार को कहा कि भारतीय रेलवे एक निश्चित समयावधि के साथ शून्य दुर्घटना मिशन शुरू करेगा। प्रभु ने मुख्य लाइन, मेट्रो और उच्चगति वाली पारगमन प्रणाली के लिए कमान, नियंत्रण एवं संचार प्रणालियों की उन्नति पर आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय रेलवे सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "इसके लिए एकीकृत दृष्टिकोण की जरूरत है, जिसमें कम लागत वाली उन्नत प्रौद्योगिकी और सही तरीके से प्रशिक्षित श्रमशक्ति का उपयोग शामिल होगा।"
उन्होंने कहा कि कमान, नियंत्रण और संचार प्रणाली में नई प्रगति भारतीय रेलवे पर सुरक्षित और सुनिश्चित संचालन वातावरण विकसित करने में एक प्रमुख भूमिका निभा सकती है, और ऐसे में मानवीय भूल की स्थिति में भी दुर्घटना की कोई संभावना नहीं रहेगी। प्रभु ने कहा कि रेलवे को अपने मानकों को मापने के लिए अंतर्राष्ट्रीय रेलवे संकल्प जैसे एक अंतर्राष्ट्रीय मंच का उपयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा, "हमें वैश्विक बेंचमार्क पर ध्यान देना चाहिए और वैश्विक मानकों से अपनी स्थिति की तुलना करनी चाहिए। हमें भारतीय रेलवे के अनुकूल वैश्विक मानकों वाली सस्ती प्रणालियां घरेलू स्तर पर विकसित करने की कोशिश करनी चाहिए।" इस सम्मेलन का आयोजन रेलवे सिगनल एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर्स एवं रेलवे सिगनल इंजीनियर्स ने रेलवे के सहयोग से किया।