मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की झुग्गियों को आपने अक्सर ही फिल्मों में देखा होगा। इन झुग्गियों को गरीबों का आशियाना कहा जाता है, लेकिन अब पैसे वाले लोग भी झुग्गियों में रहने के लिए हजारों रुपये खर्च करने को तैयार हैं। जी हां, मुंबई की झुग्गियां विदेशी सैलानियों को खूब पसंद आ रही हैं और वे यहां रहने के लिए एक दिन के 2 हजार रुपये से भी ज्यादा देने को तैयार हैं। माना जा रहा है कि ऐसा ये सैलानी अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलने के लिए कर रहे हैं।
झुग्गियों में रुकने के इस चलन को ‘स्लम होमस्टे’ का नाम दिया जा रहा है। जिंदगी में नयापन तलाश रहे लोगों के लिए यह खास होमस्टे काफी लोकप्रिय हो रहा है। विदेशियों के बीच इन झुग्गियों को लोकप्रिय बनाने के लिए फिल्मों ने भी अहम भूमिका निभाई है। ‘स्लमडॉग’ मिलेनियर जैसी फिल्में देखकर कई विदेशी इनकी तरफ आकर्षित होते हैं और यहां रहने का अनुभव लेना चाहते हैं। यही वजह है कि झुग्गियों में सुख-सुविधाओं से दूर रहते हुए भी वे हजारों रुपये चुकाने के लिए तैयार हैं।
इस आइडिया की शुरुआत नीदरलैंड के डेविड नाम के शख्स ने की थी। हालांकि भारत के कई लोग इस कॉन्सेप्ट का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस तरह के प्रोमोशन से दुनिया में भारत की नकारात्मक छवि बनती है, जबकि यह हकीकत नहीं है। सोशल मीडिया पर कई लोगों का कहना है कि इस देश में जब लाखों लोगों को झुग्गियों से निकालने पर काम किया जा रहा है, वहां इस तरह की चीजें भारत की सही तस्वीर पेश नहीं करती हैं।