हाथरस: हाथरस में दलित समुदाय की एक महिला के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म व उसकी मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सीबीआई से जांच कराए जाने के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर यह जानकारी दी। कार्यालय के मुताबिक मुख्यमंत्री ने पूरे हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दिये हैं।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर शनिवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी हितेष चंद्र अवस्थी हाथरस में पीडित परिवार से मिलने गये थे। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया। इस मामले को लेकर विपक्ष पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी हाथरस में पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे जबकि समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल रविवार को वहां जाने वाला है।
इस मामले में पुलिस की जांच पर शुरू से ही सवाल उठाए जा रहे थे। परिवार द्वारा पुलिस और प्रशासन पर लगातार गंभीर आरोप लगाए जा रहे थे। जिसके बाद योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया। दलित युवती से सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में हाथरस के पुलिस अधीक्षक तथा अन्य पुलिस अधिकारियों को पहले ही निलंबित कर दिया गया है।
- अब सीबीआई को नोटिफिकेशन जारी होने का इंतजार होगा।
- नोटिफिकेशन जारी होने के बाद सीबीआई केस रजिस्टर करेगी।
- जरूरत पड़ने पर केस से जुड़े सभी कारदारों, आरोपियों और पीड़ित परिवार का नार्को टेस्ट भी करा सकती है सीबीआई टीम। यह सब आगे का प्रोसेस होगा।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस में पीड़ित परिवार से शनिवार को 45 मिनट तक बातचीत की। राहुल गांधी पीड़ित परिवार को गले से लगाया और उनका दूख बांटा। परिवार से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा योगी सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होनें कहा कि मैं और प्रियंका दोनों पीड़ित परिवार के साथ खड़े है। उन्होनें बताया कि उनसे परिवार ने कहा कि हमें न्याय दिलाएं।
प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद राहुल, प्रियंका और कांग्रेस के कुछ अन्य नेता हाथरस पहुंचे थे। इससे पहले, डीएनडी पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बड़ी संख्या में जमा होने के बाद प्रशासन ने राहुल गांधी समेत पांच लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी। हाथरस रवाना होने से कुछ देर पहले, राहुल ने कहा कि उन्हें इस दुखी परिवार से मिलने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, ‘‘दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ उप्र सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को यह स्वीकार नहीं करना चाहिए।’’
इससे पहले, बृहस्पतिवार को पीड़िता के परिवार से मुलाकात के लिए राहुल और प्रियंका के उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस जाते समय पुलिस ने दोनों नेताओं को रोक कर हिरासत में ले लिया था। वहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि राहुल और प्रियंका को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था। मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया। बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि ‘‘परिवार की इच्छा के मुताबिक’’ अंतिम संस्कार किया गया।