पोटका। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां दावा किया कि झारखंड में भाजपा शासन में रामराज्य है क्योंकि यहां आम लोगों को जाति, संप्रदाय, लिंग भेद के आधार पर नहीं बल्कि उनकी योग्यता और उनकी आर्थिक स्थिति एवं आवश्यकता के आधार पर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां भाजपा की उम्मीदवार मेनका सरदार के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के नेतृत्व में सुशासन और विकास ही शासन का मूल मंत्र है जो रामराज्य का मूल है। उन्होंने कहा कि झारखंड में आम जनता में जाति, धर्म और संप्रदाय के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है जबकि इसी झारखंड में लोगों को आदिवासी, गैर आदिवासी एवं मुसलमान तथा हिंदू के नाम पर विपक्षी राजनीतिक दलों ने अनेक बार आमने सामने खड़ा कर दिया।
सीएम योगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस-झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद का गठबंधन यहां सिर्फ राज्य को लूटने की नीयत से बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों का मकसद सिर्फ राज्य के प्राकृतिक संसाधनों को लूटना और गरीबों को गरीब बनाये रखना है। ये पार्टियां राज्य में फिर से नक्सलवाद को बढ़ावा देना चाहती हैं।
सीएम योगी ने कहा, ‘‘जहां भाजपा ने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम किया वहीं विपक्षी दल अधिकतर परिवारवाद पर आधारित हैं और उनका उद्देश्य विकास करना नहीं है बल्कि अपना पेट भरना है। ऐसी पार्टियां भला राज्य का क्या विकास कर पायेंगी?’’
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल एक बार फिर से समाज को भाषा, जाति, धर्म और क्षेत्रवाद के आधार पर बांटने यहां आयी हैं। योगी ने कहा कि भाजपा की लायी गयी योजनाएं किसी जाति या व्यक्ति के नाम पर नहीं होती हैं बल्कि वह राष्ट्र को सुरक्षित और विकसित करने के लिए होती हैं।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावाधानों को हटाये जाने का उल्लेख करते हुए योगी ने कहा कि इससे देश सुरक्षित हुआ है और यदि देश सुरक्षित होगा तो आप भी सुरक्षित होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर से 370 हटाये जाने से कांग्रेस, झामुमो और राजद जैसी पार्टियां गुस्से में हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूछना चाहता हूं कि जब पूरा देश इस कार्य से खुश है तो ये पार्टियां आखिर क्यों गुस्सा हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात को आप को समझना होगा और भाजपा को अपना कीमती वोट देश की रक्षा और विकास के लिए देना होगा।’’ पोटका में दूसरे चरण में सात दिसंबर को मतदान होगा। राज्य में कुल पांच चरणों में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं।