नई दिल्ली: अन्तर्राष्टूीय योग दिवस पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट के जरिए योग करने वालों की तुलना कुत्ते से की थी। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि योग का आसन कुत्तों की हरकत जैसा होता है। जैसे कुत्ता जब उठता है तो वह अपने अगले और पिछले पैरों को फैलाता है और गहरी सांस भी लेता है। उसी तरह योगा है। इस बात पर येचुरी की ट्विटर पर दिनभर आलोचना हुई। हालांकि उनके इस बयान के बाद मचे बवाल पर उन्होंने सफाई भी दे रहे है।
येचुरी ने अपनी सफाई में कहा कि अगर योग लोगों के जीवन को संवारने में मदद करता है तो उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि भूख और अकाल को खत्म किया जाए। सरकार को इसके बारे में सोचना चाहिए।
येचुरी ने कहा कि बीजेपी ने योग का दुरुपयोग किया है। योग सत्र के लिए इतनी बड़ी संख्या में लोगों के इस्तेमाल का तरीका ठीक वैसा है, जैसा पहले के तानाशाह किया करते थे। मोदी सरकार उसी नीति पर आगे बढ़ रही है बीजेपी हिंदुत्व की नीति पर है । उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदुत्व की नीति पर है और वो सेक्युलर ढांचे को नुकसान पहुंचाना चाहती है