नई दिल्ली: दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने यहां छत्रसाल स्टेडियम में एक पहलवान की हत्या के मामले में छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजे जाने के बाद बुधवार को अपना जन्मदिन हवालात में बिताया। पुलिस ने कहा कि सुशील कुमार को दिनभर शांत देखा गया। कुमार का जन्म 26 मई 1983 को हुआ था। बुधवार सुबह रोहिणी जिला पुलिस ने सुशील कुमार के चार साथियों को छत्रसाल स्टेडियम में हुए कथित संपत्ति विवाद के मामले में गिरफ्तार किया जिसमें 23 वर्षीय पहलवान सागर की मौत हो गई थी। पुलिस ने चारों को अपराध शाखा को सौंप दिया।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि उन्होंने आरोपियों की पहचान हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले भूपेंद्र (38), मोहित (22), गुलाब (24) और रोहतक जिले के रहने वाले मंजीत (29) के रूप में की है। पुलिस ने बताया कि ये लोग काला असौदा और नीरज बवाना गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं और इन्हें मंगलवार की रात को दिल्ली के कंझावला इलाके से गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस की रोहिणी जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने एक खुफिया सूचना मिलने पर ये गिरफ्तारियां कीं। गिरफ्तार किए गए ये सभी लोग सुशील कुमार के साथी हैं और छत्रसाल स्टेडियम में हुए झगड़े में शामिल थे। उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में इनके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किए गए।
मामला स्टेडियम में गत चार मई को हुई उस घटना से संबंधित है जिसमें पहलवान सागर की मौत हो गई थी और उसके दो मित्र सोनू और अमित कुमार तब घायल हो गए थे जब उन पर सुशील कुमार और अन्य पहलवानों ने हमला किया था। यह झगड़ा मॉडल टाउन इलाके में स्थित एक संपत्ति पर विवाद को लेकर हुआ। पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल ने कहा कि जिले की स्पेशल स्टाफ को सूचना मिली कि इस मामले में शामिल काला असौदा और नीरज बवाना गिरोह के चार लोग अपने साथी काला से मिलने घेवरा गांव आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सूचना के आधार पर हमारी टीम ने घेवरा रेलवे क्रॉसिंग के पास जाल बिछाया और एक गुप्त खबरी के जरिए पहचान करने के बाद चारों को पकड़ लिया।’’
पूछताछ में सभी चारों आरोपियों ने सिलेसिलेवार ढंग से घटना के बारे में बताया और अपराध में शामिल अन्य लोगों की जानकारियां दी। डीसीपी ने कहा कि उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने घटना स्थल पर ही अपने वाहन और हथियार छोड़ दिए थे। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने बाहरी दिल्ली के मुंडका इलाके से सुशील कुमार और उसके साथी अजय को रविवार को गिरफ्तार किया था। यह मामला अपराध शाखा को सौंप दिया गया है जो मामले की तफ्तीश कर रही है।