नई दिल्ली: आज वर्ल्ड वॉटर डे है और इस मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल शक्ति अभियान लॉन्च करेंगे। दोपहर साढ़े 12 बजे पीएम मोदी का ये कार्यक्रम होगा जिसमें केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट पर मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट साइन किया जाएगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए पीएम मोदी इस अभियान की शुरुआत करेंगे। जल शक्ति अभियान की थीम है - Catch the rain, where it falls, when it falls..और ये अभियान 30 नवंबर तक चलेगा।
जल शक्ति अभियान का मकसद है लोगों को पानी बचाने के लिए जागरुक करना। ग्रामीण और शहरी इलाकों में लोगों को बताया जाएगा की किस तरह से वो पानी बचाकर अपने भविष्य को बेहतर कर सकते हैं। साथ ही, आम लोगों की भागीदारी के ज़रिए जमीनी स्तर पर जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन चलाया जाएगा।
पीएम मोदी की वर्चुअल मौजूदगी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट पर एक MoA साइन करेंगे जिससे एमपी-यूपी के बीच पानी बंटवारे का विवाद सुलझ जाएगा। इस परियोजना में केन नदी से बेतवा नदी में पानी पहुंचाया जाएगा। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर बताया है कि इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट से बुंदेलखंड के विकास में काफी मदद मिलेगी।
इसके साथ ही, जल संरक्षण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हर जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा जिसमें जल संरक्षण के लिए ग्राम सभाएं 'जल शपथ' लेंगी।
क्या है केन-बेतवा लिंक परियोजना
इस महत्वकांक्षी परियोजना के तहत यूपी की बेतवा और एमपी के केद नदी को लिंक किया जाना है। इसे बनाने में 45 हजार करोड़ रुपये की अनुमानित राशि खर्च होने की बात कही जा रही है, जिसमें से 90 फीसदी राशि केंद्र सरकार देगी। परियोजना के तहत एमपी की केन नदी से यूपी की बेतवा नदी तक पानी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए एक डैम बनाया जाएगा और नजर के जरिए दोनों नदियों को जोड़ा जाएगा।
क्या है केन बेतवा लिंक परियोजना के फायदे
इस परियोजना से यूपी और एमपी में बंटे बुंदेलखंड के एक बड़े इलाके को फायदा होगा। सूखे की मार झेलने वाले इस इलाके को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। यूपी और एमपी की हजारों हेक्टर कृषि भूमि के अलावा बड़ी आबादी को पीने का पानी भी मिलेगा। इन परियोजना से यूपी के बांदा, महोबा, झांसी, ललितपुर और एमपी के पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर दामोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन को फायदा होगा।