अहमदाबाद: इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ कार्डियोवस्कुलर और थोरिक सर्जन (IACTS) की नेशनल कॉन्फ्रेंस इस साल अहमदाबाद में हो रही है। अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ़ कार्डिएक और थोरैसिक सर्जन(AATS), ऑस्ट्रेलियाई एंड न्यूजीलैंड सोसाइटी ऑफ़ कार्डिएक एंड थोरैसिक सर्जन्स (ANZSCTS) और यूरोपीय एसोसिएशन ऑफ़ कार्डियो-थोरैसिक सर्जन (EACTS) पहली बार इस कांफेरेंस का हिस्सा बने हैं। साथ ही साथ AATS की टीम सक्रिय रूप से सम्मेलन के दौरान आयोजित AATS / IACTS स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में भाग ले रही है।
इस पूरी कॉन्फ्रेंस का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है जापान की टेक्नोलॉजी पर आधारित रोबोटिक सर्जरी पर एक सिमुलेशन वर्कशॉप जो की पहली बार किसी IACTS सम्मलेन का हिस्सा बनी है, जिसका फायदा इस सम्मलेन में देशभर से हिस्सा ले रहे युवा हार्ट सर्जन्स को मिल रहा है क्योंकि ये सिम्युलेटर दिल के सबसे स्पेशलाइज़ेड सर्जरी के बारे ट्रेनिंग देने के लिए खास प्रकार से डिज़ाइन किये गए है। इस वर्कशॉप में न सिर्फ़ चिकित्सा विज्ञान की आने वाली तकनीको के बारे में जानकारी दी जा रही है, बल्कि चिकित्सा विज्ञान के बढ़ रहे दायरे के बारे में भी अवगत करवाया जा रहा है। गौरतलब है की सिम्युलेटर मशीन वो होता है जहाँ वर्च्युअल रियलिटी के ज़रिये डॉक्टर्स को सर्जरी या नए एक्विपमेंट्स के बारे में प्रेक्टिकल नॉलेज के लिए प्रैक्टिस या डेमो दिया जाता है।
इस सम्मलेन के मुख्य आर्गेनाइजर डॉक्टर धवल नायक के अनुसार ये शायद पहली बार होगा जब एक साथ इतने सारे डॉक्टर्स को हार्ट सर्जरी के नए पहलूओ के बारे में जानकारी मिल रही है। ये सिम्युलेटर ना सिर्फ़ डॉक्टर्स को ट्रेनिंग देगा बल्कि उनके ऑपरेशन की हर जानकारी को रिकॉर्ड करेगा और आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से मार्क की गई सारी गलतियों से डॉक्टर्स को आगाह भी करेगा ताकि जब भी वे एक्चुअल ऑपरेशन कर रहे होंगे तब इन गलतियों को होने से रोक पायेंगे। साथ ही साथ इतने सारे युवा डॉक्टर्स को देश विदेश के एक्सपर्ट डॉक्टर्स से मार्गदर्शन तो मिलेगा ही, साथ में उन्हें मिलेगा सभी सीनियर सर्जन्स के साथ इंटरैक्ट करने का मौका भी मिलेगा। ये शायद पहलीबार होगा जब IACTS के किसी सम्मलेन में एक पूरा एक्जीबिशन विलेज का निर्माण किया गया है और जिसमे एक मिनी थिएटर भी बनाया है।