नई दिल्ली: राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बृहस्पतिवार को दिए गए भाषण के एक शब्द को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया है। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने मोदी द्वारा कल राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में दिए गए भाषण में से एक शब्द को कार्यवाही से निकाल दिया है।
राज्यसभा सचिवालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सभापति ने राज्यसभा की छह फरवरी को शाम 6.20 से 6.30 के बीच कुछ अंश को कार्यवाही से निकालने का निर्देश दिया है। ’’ प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के संदर्भ में कांग्रेस के रुख बदलने को लेकर टिप्पणी करते हुए यह शब्द कहा था। पीएम मोदी ने विपक्ष पर एनपीआर को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाया था। 'झूठ' असंसदीय शब्द है इसलिए इसे निकाल दिया गया।
पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा, ''इतनी अफवाहें फैला रहे हैं, लोगों को गुमराह कर रहे हैं, आपने तो 2010 में एनपीआर लाया। हम 2010 से यहां बैठे हैं, क्या इसी एनपीआर को ले करके हमने किसी के लिए सवालिया निशान खड़ा किया है? रिकॉर्ड तो हमारे पास हैं। क्या नहीं हैं? आप क्यों 'झूठ' बोल रहे हैं, क्यों मूर्ख बना रहे हैं।''
नायडू ने बृहस्पतिवार को मोदी के भाषण समाप्त करने के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण के दौरान एक शब्द को भी सदन की कार्यवाही से निकाल दिया है। संसद की कार्यवाही से प्रधानमंत्री के भाषण के किसी अंश को निकाले जाने की घटना आमतौर पर बहुत ही कम देखने को मिली है।