कोलकाता: केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने यादवपुर विश्वविद्यालय में धक्का-मुक्की के दौरान कथित रूप से उनके बाल खींचने वाले छात्र की मां को शनिवार को आश्वस्त किया कि वह उनके बेटे के करियर को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। छात्र देबनजन बल्लव की बीमार मां रूपाली ने सुप्रियो से ‘ हाथ जोड़कर’ अपने बेटे को माफ करने का अनुरोध किया है, क्योंकि पुलिस के हवाले करने से उनके बेटे का करियर बर्बाद हो जाएगा।
सुप्रियो ने शनिवार को ट्विटर पर कहा, ‘‘ प्रिय चाची, चिंता मत करो। मैं ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करूंगा जिससे आपके बेटे के करियर को नुकसान पहुंचे।’’ उन्होंने अपने ट्वीट के साथ महिला के अनुरोध करने वाली खबर की कतरन भी लगाई हुई है। यह महिला बर्द्धमान शहर में रहती हैं। सुप्रियो ने कहा, ‘‘ मैं चाहता हूं कि वह अपनी गलती से सबक सीखे। मैंने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है और न किसी को यह करने दूंगा। जल्दी ठीक हो जाओ।’’
अखबार की कतरन में रूपाली बल्लव का फोटो है जिसमें उनकी आंखों में आंसू हैं। एक वीडियो में उनका बेटा देबनजन विश्वविद्यालय में मंत्री से बहस करता हुआ और उनके बाल खींचता हुआ दिख रहा है। देबनजन संस्कृत कॉलेज का छात्र है न कि यादवपुर विश्वविद्यालय का। उसने कहा, ‘‘ मैं एनआरसी कवायद को लेकर मंत्री को अपनी चिंता से अवगत कराना चाहता था। यह कवायद करोड़ों लोगों को बेघर कर देगी, लेकिन मंत्री गुस्सा हो गए।’’
सुप्रियो एबीवीपी के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए विश्वविद्यालय गए थे। कला संकाय छात्र संघ (एएफएसयू) के महासचिव देबराज देबनाथ ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि देबनजन बल्लव नाम के किसी शख्स ने बृहस्पतिवार को हुए प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो के परिसर में आने के खिलाफ बृहस्पतिवार को हुए प्रदर्शन में मुख्यत: यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने हिस्सा लिया था। ’