नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक में पदक की दौड़ से बाहर हुई महिला हॉकी टीम से बातचीत की। बातचीत के दौरान महिला हॉकी टीम की कई खिलाड़ी भावुक हो गई। प्रधानमंत्री ने बातचीत के दौरान उनका हौसला बढाते हुए कहा कि बेटी आप सब लोग बहुत अच्छा खेले है। आपने इस खेल में इतना पसीना बहाया इतना पसीना बहाया 5-6 साल से इस खेल में, सब कुछ छोड़ छाड़ के आप लोग इसमें ही साधना कर रहे थे। आपका पसीना पदक नही ला सका लेकिन यह पसीना देश की बेटियों की प्रेरणा बन गया है। मैं टीम के सभी साथियों को और कोच को बधाई देता हूं। निराश नही होना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने हॉकी खिलाड़ी नवनीत की आंख पर लगी चोट के बारे में भी पूछा। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने देखा की नवनीत की आंख पर चोट लगी है। इसपर महिला टीम की कप्तान ने प्रधानमंत्री को इसके बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने फोन पर बातचीत के दौरान महिला खिलाड़ियों की आ रही रोने की आवाज पर फिर कहा कि आपको रोने की जरुरत नही हैं, हमें आप के ऊपर गर्व है। बिल्कुल निराश नही होना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कितने दशकों बाद फिर हॉकी की पहचान आप लोगों की मेहनत से पुनर्जीवित हो रही है।
आपको बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम का टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया। भारतीय टीम को कांस्य पदक मुकाबले में ब्रिटेन के हाथों 4-3 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारतीय टीम ओलंपिक में पहली बार पदक जीतने से चूक गई, हालांकि हार के बावजूद भारतीय टीम इतिहास रचने में सफल रही और पहली बार चौथे स्थान पर रही।