नई दिल्ली: हार, दुख और निराशा ने राख के ढेर में दबा दिया फिर वहां से शिखर तक छलांग मारने की दास्तान है भारतीय महिला हाकी टीम। इस दास्तान की एक यादगार अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित करने का मौका मिल रहा है आपको। भारतीय महिला हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक 2020 में अपने सफर की शुरूआत से ही लगातर तीन हार का सामना करना पड़ा। और वहां से शानदार खेल का प्रदर्शन कर टीम ने टूर्नामेंट में जबरदस्त वापसी की और ओलंपिक के इतिहास में पहली बार भारतीय महिला हाकी टीम कप्तान रानी रामपाल के नेतृत्व में ओलंपिक के सेमी फायनल तक जा पहुंची। हांलाकि अंतिम मुकाबले में टीम कांस्य पदक से चूक गयी लेकिन वहां तक पहुंच कर उसने भारत का नाम जिस तरह रोशन किया वह अभूतपूर्व था।
यह कारनामा उन लड़कियों ने कर दिखाया जिनमें से कई ने बांस की खप्प्चियों और लकड़ी के डंडे से हाकी खेलना शुरू किया था। भोजन, ढंग के कपड़े, बेहतर शिक्षा और जरूरी सुविधाओं के अभाव में विपरीत परिस्थितियों में जीवन जिया लेकिन किसी तरह हाकी की ट्रेनिंग तक का सफर तय किया और फिर भारत को शिखर तक पहुंचान के संकल्प के साथ मैदान में उतरीं तो उनका हौसला देख दुनिया चौंक उठी।
जब टीम भारत लौटी तो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात की और कहा "आप सबने बहुत अच्छा खेला। आपने इस खेल को पिछले पांच सालों में बहुत कुछ दिया, इस खेल के लिए इतना पसीना बहाया। आपकी मेहनत और पसीने ने भले ही मेडन न जिताया हो लेकिन देश की करोड़ों लड़कियों के लिए आप प्रेरणा बन गई हैं।''
इस अवसर पर टीम की खिलाड़ियों ने ओलंपिक में इस्तमाल में लायी गयी एक हाकी स्टिक पर अपने अपने हस्ताक्षर कर उसे प्रधानमंत्री को भेट किया। इस नीले रंग की हाकी स्टिक पर रानी रामपाल, सविता पूनिया, ललरेमसियामी, नवजोत कौर, गुरजीत कौर, निक्की प्रधान, दीप ग्रेस, सुशीला चानू, सलीमा टेटे, मोनिका मलिक, निशा वार्सी, नेहा गोयल, उदिता सहित पूरी टीम की खिलाड़ियों के हस्ताक्षर हैं महिला हाकी टीम की वह ऐतिहासिक भेंट आप चाहें तो हासिल कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहार और समृति चिन्हों की नीलामी 17 सितंबर से शुरू हो चुकी है जो 7 अक्टूबर 2021 तक जारी रहेगी। इसका बेस प्राइज अस्सी हज़ार रूपए रखा गया था। इसमें भारतीय महिला हाकी टीम की स्टिक भी शामिल है। अब इसकी बोली 11 करोड़ तक पहुंच चुकी है। https://pmmementos.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन करा कर इस नीलामी में हिस्सा लिया जा सकता है। इस निलामी से प्राप्त राशि को नमामिगंगे परियोजना पर खर्च किया जाएगा।