नई दिल्ली/कोलकाता: बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में राजनीति से प्रेरित कथित हिंसा की कई घटनाओं की तस्वीरें सामने आईं। देशभर में इसकी काफी चर्चा रही। भाजपा ने हिंसा के लिए ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, लौटकर टीएमसी ने भी भाजपा पर सवाल उठाए। लेकिन, अब देशभर की 2000 से ज्यादा महिला वकीलों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एनवी रमणा और सुप्रीम कोर्ट के साथी न्यायाधीशों को इस संबंध में पत्र लिखा है।
पत्र के जरिए महिला वकीलों ने बंगाल में विधानसभा चुनावों के बाद से हो रही कथित हिंसा का संज्ञान लेने की मांग की है। देशभर की कुल 2093 महिला वकीलों ने पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। CJI एनवी रमणा और सुप्रीम कोर्ट के साथी न्यायाधीशों को लिखे 56 पन्नों के पत्र में उन्होंने बंगाल में विधानसभा चुनावों (दो मई को परिणाम) के बाद से जारी कथित हिंसा के मामले में तुरंत संज्ञान लेने की मांग की है। पत्र में कई वीडियो, ट्वीट, खबरों आदि का रेफरेंस दिया गया है।