नई दिल्ली: कई राज्यों में बच्चों की चोरी के शक में बेगुनाह लोगों को पीटे जाने की दर्दनाक घटनाएं सामने आ रही हैं। झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से इस तरह की पिटाई के मामले सामने आए हैं। महज शक के आधार पर भीड़ कानून को अपने हाथ में ले रही है। उत्तर प्रदेश में भीड़तंत्र किस तरह हावी है उसका पहला उदाहरण बरेली में देखने को मिला। यहां बच्चा चोरी गैंग के सरगना को लोगों ने धर दबोचा और सरेआम उसकी जमकर पटाई कर दी।
वहीं संभल में भी बच्चा चोरी के आरोप में एक शख्स की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई तो शामली और कानपुर में भी इसी तरह बेकाबू भीड़ का अंधा कानून देखने को मिला। बरेली में लोगों ने एक शख्स को बच्चा चोरी के शक में पकड़ा और खंभे से बांध कर पिटाई शुरू कर दी।
लोगों का गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ। पिटाई के बाद पूरे इलाके में आरोपी का जुलूस निकाला गया। दरअसल शहर में बच्चा चोरी की दो वारदातें सामने आईं जिसके बाद तीन लोगों को एक बच्चे के साथ देखा गया। दो लोग तो वहां से भागने में कामयाब हो गए लेकिन एक शख्स पकड़ा गया। सख्ती से पूछताछ के बाद इसने बच्चा चोरी की बात कबूल कर ली।
यूपी ही नहीं दूसरे राज्यों से भी भीड़ के अंधे इंसाफ की तस्वीरें सामने आई हैं। झारखंड के गिरडिह में भी शक के बिनाह पर एक महिला की लोगों ने पिटाई कर दी। भीड़ के हाथों पिटी महिला की गलती सिर्फ इतनी थी कि वो बच्चों के साथ खेल रही थी और लोगों ने इसे बच्चा चोर समझ लिया।