नई दिल्ली: यह घटना तब की है जब गाजियाबाद के एक आदमी ने अपनी पत्नी के साथ एक मामूली से झगड़े पर उसे तीन तलाक दे दिया। पति के तीन तलाक कहने पर पत्नी ने अपने ही भाइयों से कह कर अपने पति का मुंडन करवा दिया। दरअसल बात सिर्फ इतनी सी थी कि पत्नी ने पति से रोज़ा इफ्तारी के लिए जब बाजार से खजूर लाने को कहा तो पति ने साफ इंकार कर दिय़ा इतनी सी बात पर दोनों का झगड़ा हुआ और पति ने उसे तलाक ,तलाक ,तलाक कह दिया। दो घंटो बाद जब अपनी गलती का अहसास होने पर पति घर वापस लौटा तो फुट-फुटकर रोते हुए पत्नी से माफी मांगने लगा, लेकिन पत्नी ने उसकी कोई बात नही मानी। ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...
मुरादनगर में रहने वाली युवती की शादी करीब पांच वर्ष पहले अलीगढ़ के पटवारी नंगला के युवक से हुई थी। लगभग एक सप्ताह पहले युवती अपने मायके आई थी। गुरूवार को जब पत्नी ने रोज़ा रखा था और तभी पति उसे लेने मुरादनगर गया था। पति अपने साथ कुछ फल भी ले गया लेकिन उसमें खजूर नही थे, अपने साथ खजूर ना लाना पति को तब काफी मंहगा पड़ा जब पत्नी ने रोज़ा इफ्तारी के लिए खजूर की मांग कर दी, जिस पर पति ने इंकार करते हुए कहा कि वह फल से ही रोज़ा इफ्तार कर ले।
इसी नोंक झोक में पति ने तैश में आकर पत्नी को तीन तलाक दे दिया, इस बात से नाराज़ पत्नी ने अपने भाइयों के साथ मिल कर पति से मारपीट कर दी और उसका सर भी मुंडवा दिया । बाद में पति के बहुत मनाने पर भी पत्नी नहीं मानी और उसके साथ जाने को इंकार कर दिया जिस कारण पति को अकेले ही अपने घर अलीगढ़ वापस जाना पड़ा। इम पूरे मामले पर इमाम मौलाना रिज़वान का कहना है कि रोज़े के महीने में तीन तलाक देने की सज़ा पति को दी जाएगी परन्तु सर मुंडवाना गलत है।
ये भी पढ़ें: भारत में है दुनिया का दूसरा बरमूडा, ले चुका है कई जान...