नई दिल्ली. पहलवान सुशील कुमार दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है। उनपर हत्या का आरोप है। ओलंपिक में दो बार मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले इस पहलवान को सरकार पद्म श्री अवार्ड से भी नवाज चुकी है। अब सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या पहलवान सुशील कुमार से पद्म अवार्ड वापस लिया जाएगा। अंग्रेजी अखबर टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, सरकार इस मामले में किसी भी जल्दबाजी में नहीं है।
सुशील कुमार को रविवार को साथी रेसलर सागर धनखड़ की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनपर हत्या, अपहरण और आपराधिक साजिश के आरोप हैं। पद्म पुरस्कार योजना में कहा गया है कि राष्ट्रपति किसी भी व्यक्ति के अलंकरण को रद्द कर सकते हैं और उसके बाद उसका नाम रजिस्टर से मिटा दिया जाएगा और उसे अलंकरण और सनद को सरेंडर करना होगा। लेकिन राष्ट्रपति अलंकरण और सनद को बहाल करने और रद्द करने और रद्द करने के आदेश को वापस लेने के लिए सक्षम हैं।
ओलंपिक में दो बार मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करने के लिए सुशील कुमार को साल 2011 में पद्म श्री अवार्ड दिया गया था। टॉइम्स ऑफ इंडिया ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि MHA को इस मुद्दे से अवगत कराया गया है और वह सही समय पर उचित निर्णय लेगा
पूर्व गृह सचिव एन गोपालस्वामी ने कहा कि एमएचए उनके पद्म पुरस्कार की समीक्षा पर चर्चा करने के लिए सक्षम था, वह भारत के राष्ट्रपति को सिफारिश करने से पहले अदालत के आदेश की प्रतीक्षा करना पसंद कर सकता है। उन्होंने आगे कहा, "चार्जशीट दाखिल होने के बाद, राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार रद्द किया जा सकता है। और, यदि वह बाद में बरी हो जाता है, तो पुरस्कार रद्द करने के आदेश वापस लिए जा सकते हैं।